फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) मज़दूर साथियों, जैसा पहले कई बार चर्चा हो चुकी है, मालिक और मज़दूरों के हित, एक-दूसरे के विरोधी होते हैं. मज़दूरों की मेहनत का एक बड़ा हिस्सा
“संयुक्त राज्य अमेरिका के इस्पात और तेल के सम्राटों और बाकी सम्राटों ने मेरी कल्पना को हमेशा तंग किया है. मैं कल्पना ही नहीं कर सकता कि इतने सारे पैसेवाले
करनाल। जनपद के गांव कतलाहेड़ी में कर्ज की अदायगी न कर पाने की एवज में किसान के रिहायशी मकान को नीलाम किए जाने के मसले को लेकर गांव की चौपाल
फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) कानून व्यवस्था बनााए रखने और वाहनों का चालान काटने का भारी भरकम टारगेट पूरा कराने को आतुर उप पुलिस आयुक्तों ने सिपाहियों से लेकर थाना प्रभारियों तक
फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) करीब 15 वर्ष पूर्व ग्रेटर फरीदाबाद के नाम से नहरपार एकदम नया शहर बसाने की योजना बनी थी। इसमें 72 सेक्टर बनाये गये थे। रिहायशी के अलावा
क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा आज़ाद नगर फऱीदाबाद निवासी, रेखा जी के मोबाइल की चोरी की शिकायत दिनांक 9 अक्टूबर को मुजेसर थाने में दर्ज कराई गई थी. अभी तक मोबाइल नहीं
फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) सभी प्रकार की महीन सर्जरी में अति उपयोगी सिद्ध हो रहे रोबोटिक उपकरण प्राप्त करने के लिये, एनएच तीन स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने बीते सप्ताह
श्रवण गर्ग चौदह फऱवरी 2019 की दोपहर सवा तीन बजे पुलवामा में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले को लेकर भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक
फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) बीते 8-9 साल की भाजपाई सरकार की कार्यशैली को देख कर बखूबी समझा जा सकता है कि केवल काम की बात करो, काम करने की कोई जरूरत
मिर्जा ग़ालिब का असली नाम मिहिर चंद्र गुलाब मिश्रा था, वो जन्म से सच्चे सनातनी और प्रकांड विद्वान ब्राह्मण थे, उन्होंने तमाम संस्कृत श्लोक तथा काव्य खंडों की रचना की,