करनाल। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल के लोगों की सुरक्षा नहीं कर सकते तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दें। दो दिन पहले कुटेल में एएसआई संजीव की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस प्रशासन इन बदमाशों को पकड़ नहीं पाया। प्रदेश और शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर यह गुस्सा बृहस्पतिवार को कांग्रेसियों ने प्रकट किया। कांग्रेस के 31 सदस्यीय दल ने गुरुवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने मांग की कि शहीद एएसआई संजीव के परिवार को सरकार एक करोड़ रुपए देकर आर्थिक मदद करे। संजीव के पुत्र को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए। करनाल-यूपी बॉर्डर को सील किया जाए। उन्होंने कहा कि छुट्टी पर जाने वाले पुलिसकर्मियों को असलहा रखने की अनमुति मिलनी चाहिए। हरियाणा में कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है। नायब सरकार प्रदेश की जनता की सुरक्षा में विफल साबित हुई है।
कांग्रेस की ओर से एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि करनाल की कानून-व्यवस्था न केवल लचर-पचर हो रही है बल्कि जंगल राज जैसी स्थित कर्ण की नगरी करनाल में दिखाई दे रही है। कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया जाए, ताकि करनाल का हर नागरिक राहत और चैन की सांस ले सके। रात की गश्त बढ़ाई जाए, चौराहों और नाकों पर सुरक्षा के उचित प्रबंध किए जाएं। पिछले दिनों जितनी भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं, उनकी तीव्रता से जांच करके पीडि़तों को न्याय दिया जाए।
इस मौके पर पराग गाबा, अंशुल लाठर, ब्लॉक समिति सदस्य सुरेश फौजी, रोहित जोशी, परमजीत भारद्वाज, एडवोकेट अमनदीप, सुषमा नागपाल, मीनू दुआ, पूर्व पार्षद कर्ण सिंह, सुनीता सेवादल, मुकुल वर्मा, सोनी कुटेल, राजिंद्र पप्पी अरोड़ा, रमेश जोगी, कर्णपाल सिंह, जरनैल सिंह, राजपाल तंवर, दलबीर सिंह, गुरमीत सिंह भोला, सुमित चौधरी, प्रकाश वीर, अरूण शर्मा, विनोद शर्मा, गगन मेहता, सूरज लाठर व अंकुश कादियान आदि मौजूद रहे।