करनाल। जनपद के गांव कतलाहेड़ी में कर्ज की अदायगी न कर पाने की एवज में किसान के रिहायशी मकान को नीलाम किए जाने के मसले को लेकर गांव की चौपाल में भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के बैनर तले खाट महापंचायत करके जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। भाकियू कार्यकर्ताओं ने गांव में पहुंच कर एक निजी बैंक द्वारा दूसरी बार रिहायशी मकान को नीलाम किए जाने के ऐलान को नाकाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीण किसान मजदूर एकता जिंदाबाद के नारे लगा कर अपनी आवाज को बुलंद करते रहे। गांव की चौपाल में आयोजित की गई महापंचायत की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुमन व वरिष्ठ किसान नेता प्रेमचंद शाहपुर ने की और संचालन जिला महासचिव सुरेंद्र बैनीवाल ने किया। बैंक अधिकारी इससे कई माह पूर्व भी किसान संदीप शर्मा के रिहायशी मकान को नीलाम करने का प्रयास कर चुके है। इसी तरह बैंक ने 17 जनवरी का दिन मकान को ताला लगाने व नीलाम करने का किसान संदीप शर्मा को सप्ताह पूर्व एक नोटिस जारी किया गया था। लेकिन भाकियू कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर एकता का परिचय देते हुए बैंक अधिकारियों के प्रयास को विफल कर दिया। बैंक द्वारा एक नोटिस के माध्यम से 17 जनवरी को सुबह 11 बजे का समय निर्धारित किया गया था। महापंचायत में भाकियू उतरी हरियाणा प्रभारी महताब सिंह कादियान, प्रदेश संगठन मंत्री श्याम सिंह मान, प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान, करनाल शहरी प्रधान कृष्ण जागलान, गांव के अध्यक्ष रणबीर सिंह कतलाहेड़ी सहित कई किसान नेताओं ने कहा कि गरीब किसान संदीप शर्मा के आसियाने को किसी भी प्रकार से नीलाम नही होंने दिया जाएगा। भाकियू कार्यकर्ता व ग्रामीण बैंक अधिकारियों का गांव में आने का इंतजार करते रहे, लेकिन बैंक अधिकारी के गांव में न पहुंचने के बाद महापंचायत को स्थगित कर दिया गया।
किसान नेता प्रेमचंद शाहपुर ने कहा कि किसान संदीप को गुमराह करके बैंक अधिकारियों ने कर्ज के जाल में फंसा दिया। कोरोना काल में आर्थिक स्थिति और बिगड़ जाने की वजह से संदीप कर्ज उतारने में विफल हो गया। अब बैंक अधिकारी उसके मकान को नीलाम करने का प्रयास कर रहे है। किसी भी कीमत पर इस हालात में नीलाम नही होंने दिया जाएगा। इस अवसर पर धन सिंह कतलाहेडी, रामचंद्र, राजपाल, महिंद्र सिंह,करेशन, सोनू शर्मा, निर्मल सिंह, विजय शर्मा, रोशन सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।