फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) तोड़ फोड़ दस्ते का इंचार्ज रहते हुए जिस पद्मभूषण ने सैकड़ों इमारतें अवैध बता कर तोड़ डालीं उसके अवैध निर्माण को तोडऩे की हिम्मत न तो निगम आयुक्त मोना ए श्रीनिवास जुटा पा रही हैं और न ही संयुक्त आयुक्त जीतेंद्र गर्ग। मज़दूर मोर्चा में खबर प्रकाशित होने पर किरकरी से बचने के लिए संयुक्त आयुक्त ने पद्मभूषण की पारिवारिक सदस्य स्वाति नासवा की इमारत की चौथी मंजिल सील करने का आदेश जारी किया है। सबको मालूम है कि ये आदेश सिर्फ दिखावे के लिए ही किया गया है कार्रवाई कुछ नहीं होनी है।
खुद को नगर निगम का सर्वेसर्वा मानने वाले पद्मभूषण नासवा के परिवार की सदस्य स्वाति नासवा ने सैनिक कॉलोनी सेक्टर 49 पी ब्लॉक स्थित प्लॉट नंबर 581 में स्वीकृत ढाई मंजिल की जगह चार मंजिला इमारत खड़ी कर ली। इस संबंध में जब इस संवाददाता ने तोडफ़ोड़ दस्ते के एसडीओ सुरेंद्र एसडीओ से पूछा तो पद्मभूषण का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा कि चौथी मंजिल तो करीब एक साल पहले ही बन चुकी थी, अब तो उसमें रंगाई पुताई का काम हो रहा है। पूछा कि क्या एक साल पहले बनने के कारण चौथी मंजिल वैध हो गई तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि वैध तो नहीं हुई लेकिन कार्रवाई क्या हो सकती है इसके बारे में आला अधिकारी ही बता सकते हैं। यानी पद्मभूषण के इस कारनामे की जानकारी निगमायुक्त से लेकर सभी को थी लेकिन कार्रवाई कोई नहीं करना चाहता था। स्थानीय लोगों ने शिकायत की तो संयुक्त आयुक्त ने नोटिस जारी कर औपचारिकता पूरी की थी। गतांक में मज़दूर मोर्चा ने खबर प्रकाशित की तो संयुक्त आयुक्त जीतेंद्र गर्ग ने सील करने के आदेश जारी कर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
नगर निगम के जानकारों के अनुसार यह आदेश सिर्फ दाखिल दफ़्तर करने यानी कागजों पर कार्रवाई दिखाने के लिए होते हैं, अमल कुछ नहीं किया जाएगा। इसका अर्थ है कि पद्मभूषण नासवा की पारिवारिक सदस्य स्वाति नासवा कागजों पर सील चौथी मंजिल का धड़ल्ले से इस्तेमाल करती रहेंगी। यह तो तैयार इमारत सील की जा रही है, एनआईटी तीन ई 44 में तो सीलिंग के बावजूद निर्माण कार्य जारी रहा और फ्लैट बिक भी गए। समझा जा सकता है कि संयुक्त आयुक्त के सीलिंग के आदेश कितने प्रभावी होंगे वो भी तब जब इमारत खुद एक्सईन पद्मभूषण नासवा की हो।
ऐसे अनेक उदाहरण हैं जब नगर निगम ने बिना नोटिस ही अतिक्रमण या अवैध निर्माण के नाम पर इमारतें ढहाई हैं। यह काम तोडफ़ोड़ विभाग का एसडीओ रहते हुए पद्मभूषण ने सैकड़ों बार किया है। बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा का करीबी होने के कारण उन पर सत्तापक्ष के हथियार के रूप में तोडफ़ोड़ दस्ते का इस्तेमाल विरोधियों का अतिक्रमण गिराने के लिए करने के आरोप लगते रहे हैं। मंत्री-विधायकों के इशारे पर चुन चुन कर विरोधियों को निशाना बनाने का ईनाम उसे फर्जी डिग्री होने के बावजूद एक्सईएन पद से नवाज कर दिया गया।
रसूखइदार एक्सईएन नासवा के घर का अवैध निर्माण गिराया जाएगा इसमें शक है, हां इसकी आड़ में न केवल सैनिक कॉलोनी बल्कि अन्य जगहों पर अवैध निर्माण शुरू हो जाएंगे और नगर निगम के अधिकारियों की ऊपरी कमाई की व्यवस्था हो जाएगी।