फरीदाबाद (म.मो.) नीलम आरओबी से हाईवे की तरफ उतरते समय बरसात के दिनों में जाम लगना आम बात है। जहां आरओबी की सडक़ हाईवे से मिलती है वहां जरा सी बारिश होने पर एक से डेढ़ फुट पानी खड़ा हो जाता है। इसके चलते बड़े वाहन तो जैसे-तैसेे निकल जाते हैं लेकिन छोटे वाहन या तो इसमें फंस जाते हैं या खड़े हो जाते हैं। जाहिर है कि ऐसे में सारा आरओबी इस कदर जाम हो जाता है कि नीलम चौक तक वाहनों की लाइने लग जाती है। इससे न केवल आरओबी का यातायात प्रभावित होता है बल्कि नीलम चौक के आस-पास पर यातायात भी ठप्प हो जाता है।
इससे निपटने के लिये फरीदाबाद महानगर डेवलप्मेंट ऑथोरिटी ने चार करोड़ का बजट बनाया है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस भारी-भरकम रकम से 140 मीटर लम्बी कंक्रीट की सडक़ बनाई जायेगी। विदित है कि हाईवे का निर्माण एवं रख-रखाव पूरी तरह से राजमार्ग प्राधिकरण के पास है। इस पर जलभराव से निपटने के लिये प्राधिकरण जगह-जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बना रहा है। बेशक उन्हें यह समझ देर से आई लेकिन आई तो सही।
ऐसे में समझ से परे की बात है कि एफएमडीए चार करोड़ की सडक़ आखिर बनायेगी कहां? यदि हाईवे के ऊपर जबरदस्ती बना भी देगी तो जलभराव का पानी जायेगा कहां? विदित है कि किसी जमाने में इस स्थान पर कोई जल भराव नहीं होता था। पानी सदैव अपना रास्ता खुद बना कर निकलता रहा है। जब अवैध एवं अनियोजित निर्माण उस क्षेत्र में कर दिये गये तो जल भराव शुरू हो गया। एफएमडीए ने चार करोड़ डकारने की योजना तो सोच ली है लेकिन यह नहीं बताते कि पानी जायेगा कहां?