सरकारी अस्पताल में रोजाना सौ से ज्यादा लोग एंटी रैबीज टीका लगवाने पहुंचते हैं करनाल (सोनम) शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। चार से पांच के झुंड में घूमने वाले यह कुत्ते कहीं भी किसी पर हमला कर देते हैं। इन कुत्तों आंतक है कि बहुत से लोगों ने अलस्सुबह टहलना छोड़ दिया है बच्चों को भी अकेले बाहर भेजने से डरते हैं। नगर निगम प्रशासन इन खतरनाक साबित हो रहे कुत्तों पर अंकुश लगाने का कोई कदम नहीं उठा रहा।
करनाल जिला अस्पताल में कुत्ता काटने के रोजाना औसतन सौ केस आते हैं। यदि प्राइवेट अस्पतालों के आंकड़े भी जोड़ लिए जाएं तो शहर में रोजाना सवा सौ से अधिक बुजुर्ग, बच्चे, महिला-पुरुष कुत्तों का शिकार होते हैं। सदर बाजार निवासी अशोक कुमार ने बताया कि कुत्तों के डर से मोहल्ले के लोग बच्चों को घर से निकलने नहीं देते। लोगों ने बताया कि पहले बहुत से लोग सुबह की सैर करने निकलते थे लेकिन जबसे कई लोगों को कुत्तों ने काटा तो सुबह बाहर निकलना ही छोड़ दिया, लोगों में डर का माहौल है कि कब यह कुत्ते हमलावर हो जाएंगे। दो दिन पूर्व ही स्कूटी सवार महिला को कुत्तों ने दौड़ा लिया, डर कर महिला ने स्कूटी भगाई और अनियंत्रित होकर एक दीवार से जा टकराई जिसमें उसे काफी चोटें आईं। यह आवारा कुत्ते इसी तरह बाइक, साइकिल और कारों का भी हमला करने की मुद्रा में पीछा करते हैं। शहर के सेक्टर 6, 8, हांसी चौक, न्यायपुरी 13 एक्सटेंशन के आसपास आवारा हमलावर कुत्ते बहुतायत में हैं। इनके अलावा अन्य जगहों पर भी आवारा कुत्तों का कहर देखा जा सकता है। लोगों ने प्रशासन और नगर निगम से इन खतरनाक कुत्तों को जल्द से जल्द पकड़ कर आम नागरिक को इनसे सुरक्षित करने की मांग की है।