विनोद दुआ आईटीएम यूनिवर्सिटी के चांसलर रमा शंकर सिंह ने लिखा है कि जब सोमनाथ मंदिर पर तोडऩे के लिए हमला हुआ तो शुरू-शुरू में सारे पुजारियों ने मंत्रोच्चार शुरू कर दिए। इन मंत्रों में सेना को वापस लौटाने के मंत्र शामिल थे, वशीकरण यानी बस में करने के मंत्र, उच्चाटन यानी ध्यान हटाने के मंत्र, हराने के लिए मंत्र और अंत में मारने के लिए भी मंत्र शामिल थे। कुछ नहीं हुआ, न होना था, वो फौज एकदम नज़दीक आ गई, आनी ही थी कोई मुकाबले में था ही नहीं। तब सारे पुजारी मंदिर के अंदर गर्भगृह में इक_े होकर पूरे विश्वास से ज्योतिर्लिंग साक्षात शिव स्वरूप भगवान से कातर भाव से, बेचारगी से सस्वर गाकर मंत्रोच्चार करने लगे कि हे भगवान आप प्रकट हों और तीसरा नेत्र खोल कर ये जो सेना बाहर आई हुई है इसको भस्म कर दें। कुछ ही समय में वो सेना मंदिर में प्रवेश कर गई, बाक़ी इतिहास है, आप सब जानते हैं। आजादी के बाद केंद्र सरकार ने सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार किया और वह आज इस रूप में विद्यमान है।
मैं आपको ये कहानी क्यों सुना रहा हूं, सेना मंदिर को तोडक़र चली गई, मंत्रों में जो ट्रेंड थे- दीक्षित थे, सारे पुजारी-ब्राह्मण मारे गए। वो अपने ही झूठ में विश्वास करते थे, औरों को विश्वास दिलाते थे। सदियों से मंत्रोच्चार के मंबो-जंबो (पाखंड) में लोगों को उलझा रखा था और वो यक़ीन करते थे इस सब पर।
मैं आपको ये सब इसलिए सुना रहा हूं कि आरएसएस के एक प्रचारक हैं इंद्रेश कुमार जिन्होंने मेल टुडे के एक इंटरव्यू में कहा है कि भारतवासियों को चीन का मुकाबला करने के लिए मंत्रोच्चार करना चाहिए। मंत्र का अर्थ है कि कैलाश-हिमालय और तिब्बत चीन की आसुरी शक्ति से मुक्त हों।
असुर, देवता और राक्षस का जो सिस्टम बना रखा है उसमें राक्षसों की श्रेणी में आते हैं। तो ये इंद्रेश कुमार मंत्रोच्चार के जरिए चीन को हराने की बात कर रहे हैं। हमें इनकी बात पर हैरानी नहीं होती क्योंकि इनकी विचाराधारा में, विचार योजनाओं में, इनकी समझ में पुष्पक विमान उड़ते हों, जहां गणेश जी प्लास्टिक सर्जरी से बनाए गए हों, जहां स्टेम सेल टेक्नोलॉजी ऋषि-मुनियों से बहुत पहले ही ईजाद कर ली हो, जहां देसी घी के जरिए बच्चों को प्रिज़र्व (संरक्षित) किया गया हो ताकि बाद में उन्हें खड़ा किया जा सके, तो वहां ये भी संभव है कि आप मंत्र पढि़ए और चीन की सेना एकदम डर के भाग जाएगी। हम क्या कहें, बताइए ! ये जो एक टेंपरामेंट (स्वभाव) है ये वैज्ञानिक नहीं है, और ये उन लोगों को समझ नहीं आएगा जिनको कभी तालीम हासिल नहीं हुई।
इंद्रेश कुमार का ये इंटरव्यू छपा है जिसमेें वो बता रहे हैं कि मंत्रोच्चार से चीन की सेना को भगाया जाए। इससे भारतीयों में भी स्फूर्ति, ऊर्जा, विश्वास और तेज बढ़ेगा। तो चाहे वो हिंदू हों, मुसलमान हों, सिख हों या ईसाई वो इस मंत्र का जाप करें। जो इस समय भूटान की सीमा पर चल रहा है, यानी चीन के साथ हमारा आमना सामना हो रहा है, मंत्र के साथ अपने आप खत्म हो जाएगा, इंद्रेश कुमार का ये मानना है ! आप क्या मानते हैं, सोचिए।