करनाल। आम आदमी पार्टी ने कुरुक्षेत्र लोकसभाई सीट से अपने प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता को कांग्रेस समर्थन से संयुक्त प्रत्याशी घोषित कर, सत्ताधारी भाजपा को जो चुनौती दे रखी है, उसे विफल करने के लिए भाजपा ठोस रणनीति पर काम कर रही है।
गौरतलब है कि विगत चुनाव में यह सीट भाजपा नेता नायब सैनी ने जीती थी, वैसे इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा भी रह चुका है और तब नवीन जिंदल उसके सांसद हुआ करते थे। अब यहां के निवर्तमान भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी मनोहर लाल की जगह हरियाणा के मुख्यमंत्री के पद पर प्रतिस्थापित हो चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा भी कुरुक्षेत्र सीट से किसी जन समर्पित वैश्य चेहरे को उतारने पर गंभीर चिंतन मंथन कर रही है ! इसके लिए देश के जाने माने उद्योगपति नवीन जिंदल अथवा उनकी पत्नी और करनाल की निवर्तमान महापौर रेनू बाला गुप्ता के नाम पिछले कई दिनों से खासी चर्चाओं में चल रहे हैं।
उम्मीद की जा रही है कि भाजपा जल्द ही कुरुक्षेत्र से अपने अधिकृत उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर देगी। इनेलो यहां से अपने विधायक नेता अभय सिंह चौटाला के नाम की घोषणा एक दिन पहले कर चुकी है, जो कि इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के राजनैतिक उतराधिकारी भी हैं।
आप प्रत्याशी सुशील गुप्ता चुनाव प्रचार के मामले में काफी समय से जबरदस्त सक्रिय हैं और वे इस दिशा में काफी आगे चल रहे हैं! खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके लिए कुरुक्षेत्र आकर बड़ी रैली भी कर चुके हैं !
दूसरी ओर करनाल विधान सभा का उप चुनाव भी लोकसभा के साथ घोषित हो चुका है ! इस उप चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री एवं करनाल विधायक मनोहर लाल द्वारा इस्तीफा दे दिए जाने के बाद नव नियुक्त मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का चुनाव लडना तय है !
कांग्रेस अभी तक इस सीट पर प्रत्याशी चेहरे की खोज में मंथन कर रही है, हालंकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विगत चुनावी प्रतिद्वंद्वी सरदार तिरलोचन सिंह, पूर्व विधायक सुमिता सिंह और हरियाणा कांग्रेस के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता कांग्रेस प्रत्याशी बनने के लिए अपनी अपनी प्रबल दावेदारी जता रहे हैं।
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की ओर से करनाल के प्रमुख बैंक्वेट व्यवसायी सुनील बिंदल ने भी अपनी दावेदारी, यह कहते हुए जता दी है कि “यदि ये सीट कांग्रेस व आप गठबंधन के तहत उनके दल के पक्ष में आई, तो वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ़ चुनावी समर में उतरने के तलबदार रहेंगे”।
गौरतलब है कि सुनील बिंदल गोल्डन मूवमेंट के मालिक हैं और आम आदमी पार्टी की नीतियों तथा नेतृत्व से प्रभावित होकर ही उन्होंने पॉलिटिक्स ज्वाइन की थी ! मात्र थोड़े से ही काल खंड में उन्होंने राजनीति के धरातल पर अपनी अभूतपूर्व सक्रियता से निजी क्षमताओं और ताकत का परिचय देते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के दिल में जगह बनाई है।
सुनील बिंदल ने अपने निजी संसाधनों को जनसेवा के लिए पार्टी नीतियों को समर्पित करते हुए विगत में एक “सचल मोहल्ला क्लीनिक” की भी शुरुआत की थी, जो कि पार्टी नीतियों के तहत उनकी एक अति महात्वाकांक्षी एवं ध्यानाकर्षक योजना थी ! इस योजना उन्होंने करीब करीब 60 या 70 लाख रुपए खर्च किए थे, ताकि मोहल्लों में गरीबों के बीच एक अत्याधुनिक मेडिकल वैन सर्विस के जरिए मरीजों को दवा, टेस्ट और उपचार मुहैया करवाया जा सके, लेकिन शायद सरकार ने उनकी इस योजना को प्रशासनिक मंजूरी प्रदान नहीं की, जिस कारण यह सेवाभावी योजना सिरे नहीं चढ़ सकी।