फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) सुशासन का राग अलापने वाले सीएम मनोहर लाल खट्टर की खुद को कानून नेे बिना किसी कुसूर के एक होटल मालिक और उसके यहां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे युवक युवतियों को जमकर पीटा। थाने ले गए और होटल कर्मी पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। मारपीट से कराहते युवक ने पानी मांगा तो उसके मुंह में शराब की बोतल उंडेल दी। पीडि़तों को इतनी बुरी तरह धमकाया कि वो कहीं शिकायत करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे। पुलिस चौकी इंचार्ज बताते हैं कि कोई मामला नहीं बनता क्योंकि दोनों पक्ष में समझौता हो गया है। यानी खट्टर की पुलिस जबरा मारे रोने न दे की तर्ज पर आम आदमी पीट कर खुलेआम गुंडागर्दी पर उतारू है। सबसे बड़ी खबर मीडिया में आने के बावजूद पुलिस आयुक्त राकेश आर्य ने भी इसकी हकीकत जानना उचित नहीं समझा। माना जा सकता है कि पुलिस आयुक्त की शह पर ही उनके मातहत खुले आम गुंडागर्दी पर उतारू हैं।
नवीन नगर चौकी क्षेत्र केे बसंतपुर स्थित होटल कुशवाहा पैलेस मे मंगलवार-बुधवार की रात चार पांच युवक युवतियां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे थे। इसी दौरान नवीन नगर चौकी से कुछ पुलिस कर्मी आए इन लोगों को पीटने लगे। इन पुलिस कर्मियों के पास न तो कोई सर्च वारंट था और न ही कोई लिखित शिकायत। होटल मालिक सोमेश ने बात करनी चाही तो उसे भी पीटा। सूर्यास्त के बाद किसी भी महिला को हिरासत या गिरफ़्तार नहीं किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद इन पुलिसकर्मियों ने युवक और होटल कर्मी के साथ युवितयों को जबरन जीप में ठूंस दिया और नवीन नगर चौकी ले गए, रास्ते में युवतियों पर भी थप्पड़ बरसाए गए।
पूरी तरह गुुडागर्दी पर उतारू पुलिसकर्मियों ने चौकी मेंं युवक युवतियों को जमकर प्रताडि़त किया। सोमेश पर तो थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। उसके पैर ऊपर करवा कर तलवों मेंं डंडे बरसाए, पूरे शरीर पर लाठियां तोड़ीं। पानी मांगने पर गालियां दीं और मुंह में शराब की बोतल ठूंस दी। अच्छी तरह जलील करने के बाद युवक-युवतियों को चलता कर दिया। बृहस्पतिवार को सोमेश छूट कर बाहर आया तो मीडिया के सामने अपना दुखड़ा रोया। लेकिन दबंग पुलिस कर्मियों ने उसे दोबारा सूली पर चढ़ाने का खौफ दिखा कर मुंह बंद रखने को कहा। इसके बाद से सोमेश इस घटना का जिक्र करने से भी डर रहा है। करीबियों के अनुसार पुलिस ने उसे धमकाया है कि यदि उनके खिलाफ मुंह खोला तो उसका होटल नहीं चलने देंगे और इतने केस लगाएंगे कि सारा जीवन जेल और जमानत कराने मेें ही गुजर जाएगा। इस संबंध में नवीन नगर चौकी इंचार्ज दिनेश ने कहा कि उस मामले में समझौता हो गया है सोमेश कोई शिकायत नहीं देना चाहता। बेचारा दे भी तो कैसे उसे अपनी जिंदगी बर्बाद होने का डर जो सता रहा है।
समझा जा सकता है कि दबंगई करने वाले इन पुलिसकर्मियों को पुलिस आयुक्त राकेश आर्य का अभयदान प्राप्त है। यदि ऐसा नहीं है तो राकेश आर्य को पुलिस की वर्दी पहने इन गुंडों को सख्त सजा देकर इस तरह के अन्य गुंडों को बख्शे नहीं जाने का संदेशा देना चाहिए, यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो माना जा सकता है कि इन गुंडों को उनका मौन समर्थन प्राप्त है, अब इस गुंडागर्दी से सरकार की छवि खराब होती है तो हो।