क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा आज़ाद नगर फऱीदाबाद निवासी, रेखा जी के मोबाइल की चोरी की शिकायत दिनांक 9 अक्टूबर को मुजेसर थाने में दर्ज कराई गई थी. अभी तक मोबाइल नहीं मिला है। संबंधित जांच अधिकारी ने रेखा जी से मोबाइल खरीदी की रसीद मांगी थी। 12 अक्टूबर को वह रसीद देने साथी रेखा मुजेसर थाने गईं। सहायक सब इंस्पेक्टर मंदीप कुमार का इस मामले से कोई सीधा संबंध सम्बद्ध नहीं हैं। लेकिन वे मुजेसर थाने में कुछ इस अंदाज़ में घूमते हैं जैसे कोई जागीरदार अपनी जागीर में टहलता हो। हमारे संगठन 39 क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा की; कोर कमेटी की सदस्या साथी रिम्पी दूसरी कोर कमेटी सदस्या साथी रेखा के साथ गई थीं। 12 अक्टूबर को दोपहर 1:40 बजे बिना वजह सहायक सब इंस्पेक्टर मंदीप कुमार ने साथी रिम्पी से इस तरह बात की- अच्छा तू है दलाल; दलाली करती है, किसी की भी शिकायत हो तू ही हमेशा थाने में आती है, दलाली करने आती है। रिम्पी जी ने कहा; एक भी मामला बताओ जब दलाली की हो, किसी से एक भी पैसा लिया हो। मंदीप कुमार ने पूरी निर्लज्जता के साथ उसी तरह बोलना जारी रखा; मैं सब जानता हूं तू दलाली करती है। मंदीप कुमार द्वारा महिलाओं से इस तरह बेहद अपमानजनक तथा आपत्तिजनक तरीके से बात करने का यह पहला अवसर नहीं है, उनका बोलने का यही अंदाज़ है। पता नहीं कहां से शिक्षा ग्रहण की है, वे हमेशा महिलाओं से तू कहकर ही बात शुरू करते हैं। लगता है जैसे उन्हें हर मज़दूर को अपमानित करने का अधिकार है जो उन्हें उनकी खाक़ी वर्दी से मिला है। कई बार मौखिक रूप से उन्हें समझाया गया। वे बोलने की अपनी इस मगरूर शैली के लिए कुख्यात हैं, दूसरे अधिकारियों की मौजूदगी में भी इसी अंदाज़ में बोलते हैं। मुजेसर थाने के कोई वरिष्ठ अधिकारी उन्हें समझाए, इसका भी इंतज़ार किया गया लेकिन कोई सुधार होता नजऱ नहीं आया।
उस दिन तो उन्होंने बदतमीज़ी की सीमा ही लांघ दी। इसलिए उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग करते हुए लिखित शिकायत एसएचओ थाना मुजेसर को दी गई। जिसकी प्रतियां एसीपी मुजेसर; पुलिस कमिश्नर फऱीदाबाद; डीजीपी हरियाणा; महिला आयोग पंचकूला हरियाणा तथा राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली को भी प्रेषित की गईं। संगठन के सभी सदस्य बेहद आहत और आक्रोशित हैं। इसलिए इस मामले में मानहानि का मुक़दमा दायर करने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है। साथ ही निणय लिया गया कि यदि मंदीप कुमार के विरुद्ध यथा शीघ्र कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू होती नजऱ नहीं आई तो आंदोलन का रास्ता भी अख्तियार किया जाएगा।