एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि अडानी के हाथों की कठपुतली न बने हरियाणा सरकार। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि हुड्डा साहब की सरकार में अडानी से समझौता हुआ था 25 साल के लिए 2.94 पैसे में प्रतिदिन 3.5 करोड़ यूनिट बिजली देगा जोकि उसने नहीं दी। इस सरकार से हुड्डा साहब द्वारा किए गए करार को सभांला नही गया। उच्चतम न्यायलय ने भी अडानी पर लगभग 1000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है लेकिन उसके बावजूद मनोहर लाल खट्टर की कैबिनेट ने जुर्माना माफ कर दिया और अब सरकार सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट करने जा रही है क्यों? जब पहला समझौता 2.94 पैसे का था तो सरकार अब 3.50 पैसे प्रति यूनिट खरीदने का एग्रीमेंट क्यों कर रही है। विधायक नीरज शर्मा का कहना है कि 224 मेगावाट बिजली छोड़ दी और उसके बदले 12-12 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदी जिसके बदले सरकार को कई करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ। विधायक नीरज शर्मा ने सरकार को कहा की हरियाणा के हितो को न बेचे सरकार, अडानी के हाथो की कठपुतली बनकर कोई काम करे, सरकार जनता के हितो को ध्यान में रखकर ही कार्य करे।