सब की यही कहानी

सब की यही कहानी
February 15 02:02 2023

डॉ. रामवीर

बीजेपी में सर्वेसर्वा
होते थे अडवानी,
दिन बदले तो हुए बेचारे
पार्टी में बेमानी ।

आगे की घटनाएं सभी की
हैं जानी पहचानी,
अपना पाला पोसा चेला
करने लगा मनमानी ।

जिस सीढ़ी से चढ़ा उसी को
गिरवाने की ठानी,
अडवानी को चेले से ही
पड़ गई मुहकी खानी ।

चेला था चालाक गजब का
वो पैसे का पीर,
राजनीति में पैसा ही था
उस के लिए शमशीर ।

राजा की प्रभुता धनमूलक
उसने सुना हुआ था,
इसी लिए धनपति सेठों को
उसने चुना हुआ था ।

सेठों में भी अपने प्रान्त के
सेठ स्वभाषाभाषी,
उनको सब ठेके मिलते और
सत्ता की शाबाशी ।

दो ही घोड़े दिखे दौडते
अम्बानी औ अडानी,
इन के सिवा अन्यों का हाल
देख होती हैरानी ।

धनबल और सत्ता होवे तो
होगी ही नादानी,
धीरे धीरे बहने लगता
है सिर पर से पानी ।

मोदी जी ने जैसे गिराया
अपना गुरु अडवानी,
वैसे ही मोदी को कहीं
न ले डूबे अडानी ।

परमानैंट नहीं है कोई
दुनिया आनी जानी,
अडवानी हो अथवा अडानी
सब की यही कहानी ।

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