पैरोल से छूटने के बाद राम रहीम के आव्हान पर उनके शिष्यों ने 23 जनवरी को पूरे प्रदेश में सफाई अभियान चलाया। मुख्यमंत्री खट्टर के ऑफिसर ओन स्पेशल ड्यूटी कृष्ण बेदी और राजयसभा सदस्य कृष्ण पंवार ने इसके लिए “बाबा” का धन्यवाद करते हुए उनसे ऑनलाइन आशीर्वाद मांगा? ‘बाबा’ जब चाहते है उन्हें पैरोल मिल जाती है? इससे पहले भी खट्टर की पूरी कैबिनेट ‘बाबा’ के चरणों में नतमस्तक हुई थी।
एक बात तो माननी पड़ेगी की सफाई अभियान, रक्तदान शिविर और वृक्षारोपण आदि सामाजिक कार्यों में ‘बाबा’ के चेले काफी सक्रिय रहते हैं। इस सफाई अभियान में भाजपा नेताओं के पाप भी धूल गए और वे पवित्र हो गए। हो सकता है कि गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद निगम चुनाव में भाजपा को फायदा हो जाए।
खट्टर जी, ‘बाबा जी’ को उनके सामाजिक कार्यों के लिए इस बार छब्बीस जनवरी पर उन्हें ‘पद्मश्री’ से सम्मानित करवाएं। यह तो ठीक है की अब नाम की सिफारिश का समय निकल गया है। लेकिन जब मोदी है तो सब मुमकिन है। केंद्रीय सरकार की विशेष बैठक बुलाकर अब भी ‘बाबा जी’ के नाम की सिफारिश की जा सकती है। इसके लिए हरियाणा असेंबली से सर्वसम्मत प्रस्ताव भी पास करवाया जा सकता है। वोट बैंक के डर से कांग्रेस भी विरोध नहीं कर पायेगी? वैसे सविंधान में संशोधन किया जा सकता है की सजा याफ्ता व्यक्ति को भी पद्मश्री दिया जा सकता है। मनोहर जी जिस तरह आपने ‘जैन मुनि’ का हरियाणा असेंबली में प्रवचन करवाया था उसी तरह ‘बाबा जी’ का प्रवचन भी असेंबली में करवाएं। यही नहीं बाबा जी की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करवाएं।
मनोहर जी एक नेक काम तो आप कर ही दीजिये। ‘बाबा जी’ को हरियाणा सरकार का सफाई अभियान का ब्रांड एम्बैसडर नियुक्त कर दें। इसके दो फायदे होंगे। एक तो आपकी सरकार सफाई के नाम पर स्वीपिंग मशीन चलवा कर उसके ठेकेदारों को जो करोड़ो रुपए दे रहे हो वो बच जायेंगे। दूसरे इससे आपकी सरकार के पाप भी धुल जायेंगे।