फरीदाबाद (म.मो.) घोषणा व उद्घाटन करने के शौकीन बल्कि केवल यही एक काम जानने वाले खट्टर ने करीब एक माह पूर्व इस शहर में ताबड़तोड़ शिलान्यास व उद्घाटन करते हुए सेक्टर 22 के निकट पुराने बने एक बूस्टर स्टेशन का उद्घाटन किया था। उस वक्त दावा किया गया था कि सेक्टर 22,23,24 व संजय कॉलोनी आदि में बसी लाखों की आबादी को अब पेयजल की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके बावजूद जो पानी पहले 48 घंटे में एक बार दिख जाता था अब 72 घंटे बाद दिखता है।
बुधवार चार जनवरी को एफएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल आईएएस ने दावा किया है कि वीरवार पांच जनवरी से डबुआ कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, उडिय़ा कॉलोनी, गाजीपुर आदि की कॉलोनियों में बसी करीब 70 हजार की आबादी को शुद्ध मीठा पेयजल मिलने लगेगा। इसके लिये उन्होंने सूर्य देवता भूमिगत टैंक से 20 लाख लीटर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शुरू करा दी है। राजपाल ने बताया कि यह टैंक नगर निगम ने बना कर छोड़ दिया था जिसे बिजली कनेक्शन के आभाव में बंद कर दिया गया था। अब इसे करीब 26 करोड़ खर्च करके चालू कर दिया गया है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार वर्ष 2004-5 में इसका निर्माण किया गया था। वर्षों तक यूं ही पड़ा रहने के बाद सन् 2014-15 में इसे नगर निगम द्वारा चलाया गया था। लेकिन भारी कमीशनखोरी के आधार पर बनाया गया यह बूस्टर स्टेशन बहुत दिन तक न चल सका। दरअसल नगर निगम समेत तमाम भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों की यह नीति होती है कि निर्माण के नाम पर मोटा माल डकार कर उसे किसी न किसी बहाने की आड़ लेकर इस्तेमाल न किया जाय। इस बीच माल हजम करने वाले अफसर तो जा चुके होते हैं और वर्षों बाद आये नये अफसर कुछ धक्का पेल करके उसे चलाने के बाद बेकार घोषित कर देते हैं।
अब 2023 में सुधीर राजपाल ने इसकी कमान अपने हाथ में लेकर व भारी रकम खर्च करके इसे चालू करने की घोषणा कर दी है। लेकिन यह घोषणा भी धरातल पर खरी उतरती नजर नहीं आ रही। खबर लिखे जाने तक घोषित किये गये क्षेत्र में पानी सप्लाई की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। पहले की तरह ही तीन दिन बाद खारा पानी मिल पाता है। यह स्वास्थ्य के लिये निहायत ही खतरनाक होता है। जो लोग पीने का महंगा पानी नहीं खरीद सकते केवल वही लोग इसे पीने को मजबूर होकर भयानक बीमारियों के शिकार होते रहते हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि 75 साल की आजादी के बाद मनाये जा रहे अमृतकाल महोत्सव तथा 6 साल से बनाये जा रहे स्मार्ट सिटी में आज मुख्यमंत्री व उनके सिपहसालार राजपाल पेयजल सप्लाई करने की खोखली घोषणायें करके जनता को बेवकूफ बनाने व सरकारी धन को लूटने में जुटे हैं।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार ज्यों ही वाटर सप्लाई शुरू की गई त्यों ही पाइप लाईन कई जगहें से $फट गई जिसके चलते बेशकीमती पानी सडक़ों पर बहता रहा। कई दिनों तक इन पाईपों की मरम्मत होती रहेगी। उसके बाद कोई और पाईप लाईन कहीं से फटेगी अथवा कोई मोटर फुकेगी या कोई और क्लेश पैदा हो जायेगा क्योंकि मोटी कमीशनखोरी के चक्कर में न तो उत्तम क्वालिटी का सामान लगाया गया है और न ही कुशल कारीगर।