फरीदाबाद (म.मो.) ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के निकट बने अंडरपास को जलभराव के लिये अब वर्षा का इन्तजार नहीं रहता। नगर निगम ने इसे भरने के लिये सीवर के सड़े हुए सीवेज की सप्लाई शुरू कर दी है। रविवार दिनांक 28 नवम्बर को इस अंडरपास की एक लेन में करीब एक फुट से अधिक सड़ा हुआ सीवेज भर जाने से लोग एक ही लेन से आवागमन करने लगे। लेकिन, इतने भर से भी निगम को तसल्ली नहीं हुई तो अगले दिन यानी सोमवार को दूसरी लेन में भी सीवेज भर दिया गया। अब दोनों लेन में करीब डेढ़ से दो फीट तक सीवेज भर गया था।
आवागमन करनेवालों को बड़ी दुविधा का सामना करना पड़ रहा था। कारें आदि तो जैसे-तैसे निकल पा रही थीं लेकिन दोपहिया चालकों व पैदल चलने वालों के लिये इस गंदगी में से गुजरना बहुत ही दूभर था। दुर्गंध के साथ-साथ सीवेज के छींटे भी इन सबको झेलने पड़ रहे थे। विदित है कि यह सीवेज सप्लाई रेलवे स्टेशन के सामने सडक़ पर, महीनों से भरे हुए सीवेज़ से हो रही है।
गांधी कॉलोनी व रेलवे स्टेशन के मध्य वाली सडक़ पर बिना बरसात के अक्सर उफनते सीवरों का जलभराव बना रहता है। जनता द्वारा परेशान होकर हल्ला-गुल्ला करने पर, नगर निगम वाले रोते-पीटते सीवर लाइन को चालू करके कुछ राहत प्रदान करते रहते थे। परन्तु इस बार कॉलोनी वासियों का हल्ला-गुल्ला भी किसी काम नहीं आया; लिहाजा यह गंदा पानी बह कर अंडरपास में भरने लगा। सोचिये ज़रा जो पानी बह कर अंडरपास तक पहुंच गया उसकी गहराई स्टेशन के सामने वाली रोड पर कितनी होगी और वहां रहनेवाले एवं वहां से गुजरने वाले हजारों लोगों की हालत क्या होगी?
इससे भी बड़ी बात तो यह रही कि जब किसी पत्रकार ने निगमायुक्त महोदय यशपाल यादव से इस बाबत बातचीत की तो उनहोंने इस समस्या से ही अनभिज्ञता जताई, जबकि यह मसला आये दिन तमाम अखबारों आदि में प्रकाशित हो रहा है। इसके बावजूद निगमायुक्त का इस समस्या से अनभिज्ञ होना गंभीर चिन्ता का विषय तो है ही, साथ में उनकी बेशर्मी को भी दर्शाता है।