नई दिल्ली (म.मो.) हिंदू सेना का लेबल लगाकर कुछ संघी गुंडों ने, अकबर रोड स्थित, हैदराबाद से चुने सांसद असदुद्दीन अवैसी के सरकारी घर पर हमला कर काफी तोड़-फोड़ कर डाली। गृहमंत्री अमितशाह की दिल्ली पुलिस ने थाना पूर्ति करते हुए पांच उपद्रवियों को हल्की-फुल्की धाराओं में गिरफ्तार करके जमानत पर रिहा कर दिया।
इस तोड़-फोड़ से सांसद अवैसी का कोई भी नुकसान नहीं हुआ, जो हुआ वह सरकारी इमारत का हुआ। जिसकी मुरम्मत पर सरकारी पैसा खर्च किया जायेगा। दरअसल इस हमले के पीछे संघ परिवार का असल मकसद अवैसी को नुक्सान पहुंचाना नहीं था। उनका असल मकसद मुसलमानों को भड़काने व जवाबी कार्यवाही करने के लिये उकसाना था। उत्तर प्रदेश का चुनाव, जो संघ परिवार की प्रतिष्ठा के लिये अति महत्वपूर्ण है, को जीतने के लिये हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना अति आवश्यक हो गया लगता है।
यूपी के मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट द्वारा मुसलमानों के सैंकड़ों घर, अनेकों मस्जिदें गिराने व उन पर हर तरह के अत्याचार करने के बावजूद भी मुसलमान भड़क कर जवाबी कार्यवाही नहीं कर रहे। इससे बिष्ट एवं संघ परिवार अत्यधिक परेशान हैं। इसलिये ये लोग कभी हरियाणा के मेवात, कभी कर्नाटक में तो अब दिल्ली में इस तरह की भड़काने वाली कार्यवाही करने पर उतारू हैं। लेकिन लगता है कि मुसलमान संघियों की चाल को बखूबी समझते हुए शांत रहकर, चुनाव के मौके पर असल चोट करने की प्रतीक्षा में हैं। किसान नेता राकेश टिकैत के अनुसार इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि दंगा कराने के लिये किसी बड़े हिंदू या मुस्लिम नेता की हत्या भी करा सकते हैं।