मंदिर के नाम पर मोदी काले धन को करेंगे सफेद
हमारे संस्थान के पास पैसे नही है बहुत कडक़ी चल रही है, कोरोना काल मे कोई कमाई नही हो रही ! हमारी मदद कीजिए!…… हमारे पास नोटबन्दी से पहले की करंसी के 51 करोड़ रुपये पड़े है कृपया उसे बदल दीजिए !……..
कैसी लगी आपको यह बात? क्या सरकार को इनकी बात मान लेना चाहिए?
अब यह तो जान लीजिए कि ये माँग की किसने है? यह माँग की है देश के सबसे अमीर मंदिर कहे जाने वाले तिरुपति के ट्रस्ट ने……….इस ट्रस्ट के अध्यक्ष ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से नई दिल्ली में मुलाकात कर यह मांग की है कि केंद्र सरकार से 51 करोड़ रुपये के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बदल कर दे।
ट्रस्ट के मुखिया रेड्डी ने कहा कि मैं वित्त मंत्री को बताया कि श्रद्धालुओं ने दानपात्र में यह रकम आस्था के साथ डाली है और हम उनकी ओर से श्रद्धा के साथ दी गई रकम को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
क्या हिन्दू हित की सरंक्षक मोदी सरकार देश के इतने बड़े मंदिर की यह माँग ठुकरा देगी? तब जबकि मंदिर के पन्द्रह पुजारी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं और मंदिर को बंद रखने की नौबत आ गयी है।