हरियाणा बजट 2020-21
गली-गली में शराब की सुविधा
शराब का कारोबार एक ऐसा कारोबार है जिससे न सिर्फ सरकार को मोटी कमाई होती है बल्कि अफसरों और नेताओं के भी घर भरते हैं। इसलिये इस सर्वत्र खुशी देने वाले कारोबार को बढावा देने की हर सरकार की कोशिश होती है। लेकिन ज्यादातर गांवों में महिलायें इसके खिलाफ लट्ठा उठाये रहती हैं। इसलिये इस बार के बजट में आबकारी नीति में सरकार ने एक बड़ा सुन्दर प्रावधान किया है जिससे सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे। गांवों में ठेका भी न हो और हर गली में शराब भी उपलब्ध हो। महिलायें भी खुश और शराबी भी खुश।
हरियाणा के नए बजट में प्रावधान है कि कोई भी व्यक्ति एक हजार रुपये का लाइसेंस लेकर अपने घर दो पेटी अंग्रेजी शराब यानी 24 बोतल रख सकता है। इसमें ‘जनता की भारी मांग प र एक पेटी देशी शराब की और जोड़ दी गई है। यानी कि अब आप अपने घर पर तीन पेटी शराब को वैध तरीके से रख सकते हैं। इससे जिस गांव में भी महिलाऐं चाहेंगी उसमें शराब का ठेका बंद कर दिया जायेगा लेकिन ऐसे घरेलू एक हजारी लाइसेंस धारी ठेकेदारों की मार्फत शराब जो भी चाहेगा उसके घर में पहुंचा दी जायेगी। इससे पहले एक-एक पेटी उठाकर गांव में शराब बेचने वालों के पीछे पुलिस लगी रहती थी। अब शराब कारोबारियों का पुलिस से भी पीछा छूटा और महिलाओं से भी और व्यापार दुगुणा-चौगुणा। भारतीय संस्कृति की ध्वजधारी और महिला सशक्तिकरण का नारा देने वाली भाजपा की इस नयी नीति के परिणाम जल्द ही जनता के सामने होंगे। -अजातशत्रु