आम वोटर को विकास नहीं हताशा से भरा लग रहा है चुनाव कृष्णपाल की किश्ती मंझधार में फंसी लगती है

आम वोटर को विकास नहीं हताशा से भरा लग रहा है चुनाव कृष्णपाल की किश्ती मंझधार में फंसी लगती है
December 14 08:47 2019

किस बात का विकास हुआ है भाई? मैं बीके अस्पताल से आ रहा हूँ और ये स्मार्ट अस्पताल बना हुआ है 2016 से| ऐसे अस्पताल से तो अच्छा गाँव का आरएमपी डॉक्टर है| पसीने में तर 27 वर्षीय चनप्रीत मेहरा ने अस्पताल से बाहर जाते-जाते बताया कि अस्पताल में दवा ही नहीं है| जो दवा डाक्टर लिख रहा है उसमे से एकआधी कोई अस्पताल से मिल जाए तो गनीमत वरना सबको बाहर दवाई की दुकान से महंगी खरीद में लेना पड़ रहा है| क्या करेंगे वोट करके जब किसी को इन सब बातों की परवाह ही नहीं है तो|
अपनी गर्भवती बहू का चेकअप कराने के लिए आई ओल्ड फरीदाबाद निवासी 65 वर्षीय आशा गुस्से में तमतमाते हुए बताने लगीं कि ये है अस्पताल, न प्रेगनेंसी की किट है न ब्लड जांच की किट है| यहाँ तक कि पेरासीटामोल सिरप भी नहीं मिल रहा है| ऐसे अस्पताल बनवाये हैं जहां कोई दवाई नहीं मिलती और अब वोट मांगने आ जाएंगे दरवाजे पर जैसे ना जाने क्या बनवा डाला| आशा ने बताया कि शिकायत करने वो सीएम्ओ के पास गयीं तो बस आश्वासन देकर चलता कर दिया| जब मोदी जी आये थे तो बोला था ऐसे कर दूंगा वैसा कर दूंगा पर ये सब पहले से भी खराब हो गया| इस बार वोट न ही करूँ किसी को तो ही ठीक होगा|
पर वहीं खड़े एनआइटी निवासी 24 वर्षीय दुशेन्द्र का मानना है कि भाजपा को वोट देना सारे हिन्दुओं की नैतिक जिम्मेवारी है इस बार| क्योंकि सिर्फ 5 साल में जितना काम मोदी ने किया है उतना तो कांग्रेस 50 साल में नहीं कर सकी| और बहुत सारे काम ऐसे हैं जिनको पूरा होने में अभी काफी वक़्त लग सकता है तो अगर ये सरकार चली गई तो दूसरी सरकार उन कामों को रोक देगी| इसलिए एक बार फिर मोदी को चुनना बहुत ज़रूरी है|
‘कृष्णपाल गुर्जर को चुनना होता तो मैं गधे को चुन लूं, पर चुनना मोदी को है इसलिए गुर्जर को वोट देना ही पड़ेगा|’ ये कहना था 31 वर्षीय दीपक बैसोया का| दीपक ने बताया कि वो खुद गुर्जर हैं और दिल्ली के पिलान्न्जी गाँव से निकल कर फरीदाबाद शिफ्ट हुए हैं| कृष्णपाल ने तो कोई काम ही नहीं किया, आपस में लड़ते मरे ये दोनों विपुल गोयल और गुर्जर| जनता के काम पर कोई नज़र नहीं| एक पुल बनना था वो तक नहीं बना अभी और कब बनेगा इसका कोई अता-पता नहीं है| ऐसे आदमी को टिकट नहीं देनी थी मोदी को जो उनका नाम डुबा दे| पर क्या करे मोदी को तो नहीं हरा सकते| बहुत काम किये हैं उन्होंने| क्या काम किये हैं, के सवाल पर दीपक को गूगल करने के बाद भी कुछ ऐसा मालूम नहीं पड़ रहा था जिसका वो मोदी के नाम पर विश्वास से दावा कर पाते|
अपने आंकड़ों को पक्के रूप से रटे हुए 67 वर्षीत रामबीर सिंह सेक्टर -9 के पार्क में व्यायाम के लिए नितदिन आते हैं| उन्होंने कहा कि मोदी तो खूब काम करा रहा है पर ये जो योगी- और खट्टर जैसे मुख्यमंत्री इसने बना दिए न ये ले मरेंगे भाजपा को| रामबीर ने बताया कि भाजपा सरकार बनने के बाद से जितनी घोषणाये खट्टर ने हरियाणा में की हैं उनमे से केवल 30% ही पूरी हुई हैं| उन्होंने बताया कि सात हज़ार के आस पास घोषणाएं की थीं और 250 को तो खुद बाद में बोल दिया कि ये तो पूरी ही नहीं हो सकती| अब ऐसे काम करेगा मुख्यमंत्री तो बन ली इसकी सरकार दोबारा| ऊपर से कृष्णपाल गुर्जर ने लूट मचा रखी है| जब अखबार उठाओ ये कोई न कोई फीता काटता मिल जाता है पर काम कोई भी पूरा नहीं हुआ| मोदी के नाम पर एक बार और इसे वोट देने की तैयारी में रामबीर ने माना कि अगर कोई बढ़िया नेता भाजपा फरीदाबाद से उतारती तो उन्हें ज्यादा ख़ुशी होती|
19 वर्षीय भोला डांस का शौक रखते हैं और इसके प्रचार के लिए सोशल मीडिया पर बहुत हद तक निर्भर हैं| भोला बाईपास पर कमरा किराये पर लेकर रहते हैं| उनका मानना है कि मोदी ने जो बनारस में रोड शो किया उसने ही इस चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया| लगभग सभी विरोधियों की हिम्मत टूट गई जब लाखों लोगों ने मोदी के रोड शो में आ कर मोदी-मोदी के नारे लगाये| मोदी को वोट देने के पीछे भोला का तर्क ये है कि सेना के लोगों के लिए मोदी ने अपने बचत के पैसे भी दे दिए| भोला को ये जानकारी कहाँ से मिली, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि उनके वव्हाट्सएप्प पर कई मित्र भाजपा में सक्रिय कार्यकर्ता हैं और उन्होंने सबूत के तौर पर विडियो भेजा है उनको|
जागरूप नागरिक का फ़र्ज़ अदा करने आये 40 वर्षीय रवि फरीदाबाद के एत्मादपुर के निवासी हैं| रवि की शिकायत थी कि उनके इलाके के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल को स्थानीय लोगों ने अपनी शादियों और अब राजनैतिक दलों ने चुनाव भाषणों का अड्डा बना डाला है| इन समारोहों के बाद स्कूल के परिसर में इतना कचरा और गन्दगी होती है कि बच्चे बजबजाती गन्दगी में बीमार पड़ रहे हैं, पर वो मजबूर हैं कि इसी स्कूल में पढ़ें| स्कूल में तीन दिन से बिजली नहीं है क्योंकि एक विवाह आयोजन के दौरान बिजली का कनेक्शन तोड़ दिया लोगो ने और अब छात्र इस 42 डिग्री की गर्मी में बिना पंखे के पढने को मजबूर हैं| इस बात की शिकायत रवि ने जिला शिक्षा मौलिक अधिकारी तक को की है पर क्योंकि चुनाव सिर पर हैं तो अधिकारी भी जवाबदेही से बच रहे हैं| हताश रवि ने कहा कि किस आधार पर वोट करें किसी भी दल को? क्या ये दल स्वच्छ भारत के नाम पर अब हमें लूटना और बेवकूफ़ बनाना बंद करेंगे? सर्वशिक्षा अभियान और बेटी पढ़ाओ जैसी बातें करने वाले नेता अब सिर्फ पाकिस्तान की बात करते हों तो क्या दोबारा भरोसा किया जा सकता है इनपर? नोटा का विकल्प यदि मजबूत होता तो बेशक मैं नोटा ही दबाता पर इस बार कांग्रेस को मजबूरन वोट दूंगा|
नोटबंदी से अपने छोटे कारोबार में नुकसान झेल रहे मदनलाल ने बताया कि अब जब चुनाव आ गए हैं तो कोई भाजापा नेता नोटबंदी की बात नहीं कर रहा| जब नोटबंदी हुई थी तो इसके फायदे गिना रहा थे ये कृष्णपाल गुर्जर| आज खुद मोदी इसपर बात नहीं कर रहा| मदन ने बताया कि सेक्टर 36 में मिक्सी ठीक करने का उनका काम लगभग ठप हो गया था उस दौर में| और वो मानते हैं कि ये सब सिर्फ पेटीएम् नाम की जो कंपनी चाइना से मिल कर काम कर रही है उसको फायदा पहुचाने के लिए मोदी ने पैसे ले कर किया| मदन से ये पूछने पर कि ऐसा मानने के पीछे क्या ठोस कारण है तो बताया कि देखो जी अगर भीम एप का प्रचार मोदी ने किया होता तो जो फायदा पेटीएम् ने उस ज़माने से उठाना शुरू किया और जो अब भी उठा रही है वो सरकार को मिलता पर मोदी ने ऐसा नहीं किया| और पेटीएम् ने मोदी की फोटो भी अपने प्रचार में छाप ली| इससे भी बड़ा सबूत ये है कि हरियाणा पुलिस का अब उसी पेटीएम् से चालान भरने का समझौता कराया गया है न के भीम एप से|
मदन ने प्रश्न उठाया कि क्या कारण है जो बीएसएनएल डूब गया, भारतीय डाक विभाग भी कर्ज़ में है और जिओ, पेटीएम जैसी कम्पनियां फायदा ही फायदा उठा रहे हैं, वो भी जबसे नोटबंदी हुई तभी से| क्या इतने सबूत काफी नहीं है ये मानने के लिए? अब अगर एकदम ही आप लोग आँख बंद कर लो तो मेरी क्या गलती| कांग्रेस के राज में घोटाले तो बहुत हुए हैं पर किस देश में ये घोटाले नहीं हैं? क्या मोदी ने नहीं किया घोटाला? अब जब कुर्सी से उतरेगा तब ना पता चलेगा कि कितना लूट लिया है इसने|
बाटा चौक फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन पर ऑटो चलाने वाले भूरा ने बताया कि सेक्टर 64 के पीछे उनका गाँव है जहाँ 4800 वोट हैं| पर एक भी वोट भाजपा को नहीं पड़ेगा इसका उनको पूरा यकीन है| ऐसा क्यों है पूछने पर भूरा ने बताया कि देखो मैं हूँ जात का चमार और मेरे गाँव में चमारों के वोट हैं 240 इसके बाद भंगी और चूडों के भी इतने ही मान लो| बाकी सारे मुसलमान, तो उनमे से तो एक भी ना देने का भाजपा को| क्यों भाजपा को नहीं देंगे वोट? भूरा ने कहा कि मेरा तो मन बहुत है कि भाजपा को ही दे दूं पर गाँव के सारे बोल रहे हैं कि मार देगा ये दोबारा आया तो इसलिए नहीं दूंगा| भडाना कांग्रेस से है तो उसी को दूंगा इस बार| गुर्जर ने तो कोई काम ना किया पर मोदी ने देश की बड़ी इज्ज़त बना दी है पकिस्तान पर हमला करके| अगर अच्छा कैंडिडेट खड़ा किया होता मोदी ने तो उसको वोट कर देता मैं, पर गुर्जर को नहीं दूंगा| और फिर भडाना बहुत पुराना नेता है, पैसे भी बहुत हैं उसके पास तो वो कम चोरी करेगा चुनाव जीत कर क्योंकि उसको ज़रुरत नहीं पैसे की|
ऐसे ही तर्कों और कुतर्कों से पटा पड़ा है इस बार का चुनाव| पकिस्तान बड़ा मुद्दा है लगभग सभी के लिए| पर क्या पकिस्तान ही मुद्दा है जैसे सवालों पर लोगों की प्रतिक्रिया यही है कि नहीं स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, और बिजली जैसे मुद्दे भी बहुत ज़रूरी हैं पर इनके लिए देश को खतरे में नहीं डाल सकते| मोदी पाकिस्तान को डरा रहा है और अब तो चीन भी भारत से डरने लगा है वरना मसूद अजहर को आतंकी कैसे घोषित कराते|
वोटर खुद भी मुद्दों से भ्रमित है तो नेता तो चाहेगा ही कि राष्ट्रवाद का चूरन पीस कर सबको घोल दे| पाकिस्तान के नाम पर, सेना के नाम पर जब तक जनता भ्रमित हो, कर लेने में ही भला है सभी राजनैतिक दलों का| लोकतंत्र का भला किसमें है इसकी परवाह किसी को नहीं यहाँ तक कि जिस वोटर को लोकतंत्र ने वोट देने का हक दिया उस वोटर को भी इसकी फिक्र नहीं दिख रही|

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Mazdoor Morcha
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