महज पचास मीटर की सडक़ बनाने में लगा दिया एक महीना फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) शहर को बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए बनाया गया एफमडीए भी नगर निगम की तर्ज पर नाकारा और भ्रष्टाचारी साबित हो रहा है। हार्डवेयर चौक पर 32 लाख रुपये लागत से बनाई जा रही मैस्टिक अस्फाल्ट की सडक़ घटिया निर्माण के कारण 32 माह भी चल पाएगी, इसमें अंदेशा है।
हार्डवेयर चौक बीके चौक, बाटा चौक, प्याली चौक और सोहना रोड को जोड़ता है इसलिए यह शहर की व्यस्ततम सडक़ों में शामिल है। यहां हल्के-भारी सभी तरह के वाहनों का आवागमन है। कई वर्षों से उखड़ी पड़ी इस चौक की करीब पचास मीटर सडक़ की मरम्मत का काम एफएमडीए ने 24 मार्च को शुरू कराया था।
अधिकारियों ने दावा किया था कि मजबूत और लंबी उम्र के लिए सडक़ पर मैस्टिक अस्फाल्ट यानी तारकोल की मोटी परत बिछाई जाएगी। मरम्मत कार्य में शुरू से ही लापरवाही बरती गई। मरम्मत के नाम पर दो सप्ताह में केवल लाल डस्ट की परत डाली गई। मज़दूर मोर्चा ने लापरवाही की खबर छापी तो आनन-फानन गिट्टी-तारकोल की परत बिछवाई गई। तारकोल इतना कम लगाया गया कि गिट्टी सडक़ छोडऩे लगी। बूंदाबांदी से हल्का जलभराव हुआ तो गिट्टियां तारकोल से और भी अलग हो गईं। इसी हालत में अब सडक़ पर मैस्टिक अस्फाल्ट की परत बिछाई जा रही है। सडक़ निर्माण के जानकारों का मानना है कि यदि आधार ही मजबूत नहीं होगा तो उस पर बिछाई जाने वाली लेयर ज्यादा दिन नहीं टिक सकेगी। जनता के पैसे से बनाई जा रही हार्डवेयर चौक की इस सडक़ की गुणवत्ता पहली ही बरसात में उजागर हो सकती है।