पेश है दोनों मंत्रियों की सोशल डिस्टेंसिंग का खास नमूना
मजदूर मोर्चा ब्यूरो
फरीदाबाद: हरियाणा के मंत्री और बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा शहर में कुछ करें और उसकी चर्चा न हो, यह सवाल ही नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेचारे रोजाना भारत की जनता को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की सलाह देते हुए नजर आते हैं। कभी कभी नारे की शक्ल में जुमला भी उछाल देते हैं लेकिन मंत्री मूलचंद शर्मा ने 11 अगस्त को बल्लभगढ़ में एक कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग की जो मिसाल पेश की है, वह काबिलेगौर है।
बल्लभगढ़ के वॉर्ड 37 में भगत सिंह कॉलोनी से मूलचंद शर्मा का बहुत गहरा लगाव है। इस कॉलोनी की करीब 400 फीट लंबी एक गली को आरसीसी सीमेंट से पक्का करने के काम की शुरुआत करने मंगलवार को वहां पहुंचे मंत्री के साथ बड़ी भीड़ मौजूद थी। सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखते हुए हर कोई सट कर खड़ा था। खुद मंत्री अपने खास लोगों के साथ सटकर खड़े थे। हालांकि फरीदाबाद जिले में कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। बल्लभगढ़ में कई इलाके कंटेंमेंट जोन बने हुए हैं। जिला उपायुक्त आये दिन जनता से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं। लेकिन हरियाणा के तमाम मंत्री इस मामले में इन आदेशों से ऊपर समझ रहे हैं। उसी का नमूना परिवहन और खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी पेश किया। भगत सिंह कॉलोनी में मंत्री का यह कार्यक्रम चंद मिनट नहीं चला। मंत्री के तारीफों के पुल बांधने का सिलसिला शुरू हुआ तो वह तब तक नहीं रुका, जब तक मंत्री ने खुद बोलने की पहल नहीं की।
यह गली 16 लाख रुपये खर्च करके सीमेंट से पक्की बनेगी। मंत्री ने इस मौके पर ठेकेदार को निर्देश दिया कि वह दी गई हिदायतों के अनुसार इस गली का निर्माण करे। वो हिदायतें क्या हैं, यह जनता नहीं जानती। हालांकि इसका सीधा जवाब मंत्री के पास यह है कि सीमेंट पूरा लगे, अच्छा वाला लगे, उसकी गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लेकिन ये हिदायतें जमीन पर जब दिखती हैं तो वहां का सीन कुछ और होता है। मूलचंद शर्मा ने फरीदाबाद नगर निगम (एमसीएफ) अफसरों से भी कहा कि वे साइट का दौरा कर, तय मानकों का पालन हो रहा है या नहीं, इसे जरूर देखें। अफसर इन इशारों का क्या मतलब समझते हैं, ये भी किसी से छिपा नहीं है। खास बात यह है कि बल्लभगढ़ की इस कॉलोनी की बाकी गलियों की भी हालत बदतर है, लेकिन उसके लिए अभी कोई योजना नहीं बनाई गई है। इसी तरह बल्लभगढ़ की ऐसी बस्तियां जहां से मूलचंद को थोक में वोट मिले थे, उन बस्तियों के लोग आज भी मूलचंद के आने का इंतजार कर रहे हैं। इधर, जिस तरह से कई अवैध बस्तियों पर एमसीएफ ने अपना बुलडोजर चलाया है, उन बस्ती वालों को भी मूलचंद से कोई मदद नहीं मिली। बल्कि इलाके में यह अफवाह है कि अवैध बस्तियों में मूलचंद के कथित तौर पर कहने के बाद तोडफ़ोड़ हुई है।
केंद्रीय मंत्री भी पीछे नहीं
इसी तरह केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर ने भी ऐसे ही एक कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाने में कोई चूक नहीं की।
कृष्णपाल ने भी 11 अगस्त को बल्लभगढ़ सरमथला समयपुर कंक्रीट रोड के पुननिर्माण के कार्य का शिलान्यास किया। यहाँ पर वह अपने समर्थकों के साथ पहुँचे और इस तरह सट कर खड़े हुए कि मोदी के निर्देशों की धज्जियाँ उड़ा दीं। इस सडक़ का काम 292 लाख की लागत से पूरा किया जाएगा। इस मौक़े पर उन्होंने 1.40 करोड़ की लागत से बिछने वाली पेयजल पाइपलाइन के काम का भी शिलान्यास किया।
बहरहाल, मंत्री मूलचंद शर्मा और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर जिस तरह सोशल डिस्टेंसिंग के नए नए मानक रोज़ाना स्थापित कर रहे हैं, मजदूर मोर्चा की नजर बनी हुई है। हम नेताओं, जनता को सचेत करने का कार्य करते रहेंगे। दोनों घटनाओं से यह साबित होता है कि कोरोना में सारे नियम कानून जनता के लिए बनाए गए हैं। मंत्री और उनके चमचे अगर कानून तोड़ते हैं तो कोई बातनहीं।
तुग़लक़ी फऱमान
हाल ही में गुडग़ाँव के डीसी ने निर्देश जारी किया कि अगर आप गाड़ी में अकेले हैं तो भी मास्क लगाकर ही गाड़ी चलाएँ। इसी तर्ज़ पर फरीदाबाद पुलिस उन लोगों के चालान काट रही है जो अकेले गाड़ी चलाते हुए मास्क नहीं लगाए हुए थे। यह बात आसानी से समझ में आने वाली है कि अगर आप अकेले गाड़ी चला रहे हैं तो मास्क की क्या ज़रूरत है?
हाँ, अगर गाड़ी में दो लोग हैं तो मास्क ज़रूरी है। पुलिस और प्रशासन के पास भारत सरकार की ओर से इस तरह का कोई लिखित निर्देश नहीं है कि अकेले गाड़ी चलाते हुए भी मास्क लगाना है। लेकिन एनसीआर के दोनों जिलों में खुद के जारी तुग़लक़ी फऱमान को लागू कराने का काम जारी है। हालांकि यह निर्देश मंत्रियों और उनके चमचों पर लागू नहीं होता है।