भाजपाई नेता पप्पी ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था और इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बडखल की भाजपा विधायक सीमा त्रिखा को बुलाया।

भाजपाई नेता पप्पी ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था और इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बडखल की भाजपा विधायक सीमा त्रिखा को बुलाया।
May 03 13:27 2020

विधायक सीमा त्रिखा ने सोसायटी गेट पर बैठकर जान छुड़ाई

ग्रीन वैली में छुटभैया भाजपा नेता ने सोशल डिस्टेसिंग की उड़ाईं धज्जियां

मजदूर मोर्चा ब्यूरो

फरीदाबाद: सराय ख्वाजा के पास ग्रीन वैली में एक छुटभैये भाजपा नेता ने खुलेआम कोरोना सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ा दीं। प्रेमकृष्ण आर्य उर्फ पप्पी नामक इस छुटभैये भाजपा नेता ने ग्रीन वैली इलाके में अपना दबदबा बनाने के लिए कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करने के नाम पर शोभा यात्रा निकाली और खुली जिप्सी में अपने चेलों अतुल शारदा, अनिल मित्तल और संजय मौर्य के साथ घूमकर प्रधानमंत्री मोदी के सोशल डिस्टेसिंग को ताक पर रख दिया। हालांकि फरीदाबाद में भाजपा के बड़े नेता सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर रहे हैं लेकिन पप्पी जैसे छुटभैये नेता न सिर्फ सरकारी आदेश बल्कि पार्टी को ही जेब में रखकर चल रहे हैं।

सीमा त्रिखा बैठ गईं गेट पर

कोरोना वॉरियर्स को कथित सम्मान और पुष्प वर्षा कराने के लिए भाजपाई नेता पप्पी ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था और इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बडखल की भाजपा विधायक सीमा त्रिखा को बुलाया। सीमा त्रिखा वहां पहुंचीं लेकिन वह पहुंचते ही सारा मामला समझ गईं और सोसायटी के अंदर न जाकर सोसायटी के गेट पर ही बैठ गईं। पप्पी ने कार्यक्रम से पहले इस इलाके के लोगों के बीच जमकर प्रचार किया था कि वे गुरुवार को होने वाले कार्यक्रम में जरूर पहुंचे। लेकिन सोसायटी के लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन है और हमारा इलाका दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर है तो हमे ऐसे कार्यक्रम के जरिए अपनी नेतागीरी नहीं चमकानी चाहिए। आरडब्ल्यूए के तमाम सदस्यों के बीच वाट्सऐप संदेशों का आदान-प्रदान हुआ जिसमें इस प्रोग्राम का विरोध किया गया। लेकिन पप्पी को अपनी नेतागीरी चमकानी थी तो उसने कार्यक्रम आयोजित कर दिया। कार्यक्रम में ज्यादातर उसके चेले-चपाटे और सम्मानित होने वाले लोग थे। सोसायटी के लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। बहरहाल, कार्यक्रम हुआ और पप्पी ने खुली जिप्सी में अपने चेलों के साथ बैठकर सोसायटी का चक्कर लगाया।

कौन है ये पप्पी

प्रेमकृष्ण पप्पी ने अपने बारे में ग्रीन वैली इलाके में कई कहानियां फैला रखी हैं। बहुत सारे लोग इसे भाजपा प्रवक्ता समझते हैं। काफी लोग इसे भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में बैठने वाला नेता समझते हैं। कुछ लोग इसे केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर का आदमी बताते हैं लेकिन कृष्णपाल के यहां से भगाए जाने के बाद इसने पाला बदलते हुए विधायक सीमा त्रिखा के गैंग में शामिल होने की कोशिश की। पप्पी जमीनों पर कब्जा करने वाले प्रॉपर्टी डीलर के रूप में भी जाना जाता है। इसकी छुटभैया राजनीति की शुरुआत अवतार भड़ाना और करतार भड़ाना के नौकर के रूप में हुई लेकिन इसकी हरकतों की वजह से उन लोगों ने इसे अपने यहां से निकाल बाहर किया था।

एक नामी महिला क्रिकेटर की अनंगपुर में दो एकड़ जमीन हथियाने पर सबसे पहले पप्पी के खिलाफ पुलिस को सूचना मिली। महिला क्रिकेटर को उस जगह पर अपने पिता की समाधि बनानी थी लेकिन पप्पी और उसके उचक्कों ने महिला क्रिकेटर को वहां से डरा धमकाकर भगा दिया। पप्पी ने उस समय वहां केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर के बड़े बड़े बोर्ड लगा रखे थे। फरीदाबाद पुलिस इसी वजह से पप्पी को कुछ नहीं बोलती थी। जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उस नामी क्रिकेटर ने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली के दरबार में हाजिरी लगाई। जेटली ने फौरन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की और कहा कि मुझे 24 घंटे में वह जमीन खाली चाहिए और सीएम खुद कृष्णपाल गूर्जर से बात करके कहें कि वो पप्पी जैसे छुटभैये नेताओं को संरक्षण न दें, अन्यथा पार्टी बदनाम हो जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक सीएम ने फौरन कृष्णपाल गूर्जर और फरीदाबाद पुलिस और नगर निगम से इस बारे में बात की। कृष्णपाल ने उसी समय पप्पी से किनारा करते हुए उसे फौरन उनका होर्डिंग वगैरह हटाने को कहा। बताते हैं कि कृष्णपाल ने उससे यह भी कहा कि अब वह कभी उनके आसपास घूमता न दिखाई दे। अगले दिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पप्पी के कब्जे का नामोनिशान उस जमीन से मिटा दिया। इस तरह पप्पी की बादशाहत को एक महिला क्रिकेटर ने मिट्टी में मिला दिया। लेकिन पप्पी चुप नहीं बैठा। इसके बाद वह सीमा त्रिखा से जुडऩे की कोशिश में जुट गया।

सूरजकुंड रोड पर भी कब्जा

पप्पी पर आरोप है कि उसने सूरजकुंड रोड पर आनंद वन के बगल में एक सेठ की जमीन पर भी कब्जा जमा लिया है। सेठ जी का एक नामी स्कूल अंबाला-चंडीगढ़ रोड पर है।

सेठ जी की भी भाजपा में ऊंची पहुंच है। जब उन्हें इस सारे घटनाक्रम का पता चला तो उन्होंने कहा कि वह जब चाहेंगे पप्पी जैसे भाजपाई से कब्जा खाली करा लेंगे। पार्टी का मामला है। पार्टी ही सुलझा देगी। जबकि सूत्रों का कहना है कि पप्पी इस जमीन का सौदा करने के लिए ग्राहक तलाश रहा है लेकिन लॉकडाउन की वजह से कोई ग्राहक टकरा नहीं रहा है। गुरुवार को उसका सोसायटी में कार्यक्रम करने का मकसद भी यही था कि वह लोगों पर रोब जमा सके कि सरकार और प्रशासन में पहुंच है। ताकि ग्रीन वैली में रहने वाला कोई धन्नासेठ कब्जाई गई जमीन को खरीद ले।

सोसायटी के लोगों का कहना है कि ग्रीन वैली सोसायटी का गेट हर समय बंद रहता है लेकिन पप्पी जैसे छुटभैये नेता आकर गेट पर ही नेतागीरी करने लगते हैं। उनका कहना है कि अब अगर हमारी सोसायटी में कोई बाहरी शख्स या कामगार आता है तो हम उसे कैसे मना कर पाएंगे। क्योंकि पप्पी जैसे छुटभैया नेताओं को देखकर वे भी नियमतोड़ेंगे।

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Mazdoor Morcha
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