फरीदाबाद में सांड़ पर किसी ने तेजाब फेंककर जला दिया है, उसकी हालत गंभीर है|

फरीदाबाद में सांड़ पर किसी ने तेजाब फेंककर जला दिया है, उसकी हालत गंभीर है|
August 22 13:14 2020

 

अरे, खाकी में ये तो पुलिस वाले हैं…इतना अच्छा काम कैसे कर सकते हैं

फरीदाबाद और गुडग़ांव में पुलिस ने लोगों की मदद कर मानवीय चेहरा पेश किया

मजदूर मोर्चा ब्यूरो

फरीदाबाद: पुलिस का मानवीय चेहरा जब कभी कभी दिखता है तो अच्छा लगता है। फरीदाबाद और गुडग़ांव पुलिस का मानवीय चेहरा दिख जाए तो क्या कहना। हुआ यह कि अभी जब मूसलाधार बारिश से गुडग़ांव और फरीदाबाद की तमाम गड्ढों वाली सडक़ें पानी और कीचड़ से लबालब भर गईं तो कुछ जगहों पर पुलिस वाले उनमें फंसी गाडिय़ों को धक्का देते नजर आए। बेहूदा झिड़कियों और ठेठ हरियाणवी बोली से रौब मारने वाले पुलिस वालों का यह मिजाज शहरियों के लिए नया था। उन्होंने हर फोरम पर पुलिस के इस मानवीय चेहरे की तारीफ की।

पिछले दो दिनों से दोनों शहरों में बारिश की वजह से सडक़ों का बुरा हाल है। लोगों की गाडिय़ां गड्ढों में फंसकर रुक जाती हैं। खासकर कार चलाने वाली महिलाओं को इससे खासी परेशानी हुई। पुलिस वालों से लोगों की यह बेबसी देखी नहीं गई। वे अपनी खाकी पैंट को ऊपर चढ़ाकर पानी में उतर गए और ऐसे तमाम कार चलाने या बाइक चलाने वालों की मदद की जिनकी गाडिय़ां गड्ढों में फंस गई थीं। हालांकि आम जनता चाहती तो वह दोनों शहरों में वहां के नगर निगमों की इस लापरवाही के खिलाफ केस दर्ज करा सकती थी, लेकिन जनता ने हर बार की तरह फिर से दोनों नगर निगमों के भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों को माफ कर दिया।

फरीदाबाद-गुडग़ांव में गौ पुलिस बने

फरीदाबाद में सडक़ों पर आवारा जानवरों की फौज बढऩे से अब गौ पुलिस की जरूरत बेहद महसूस की जा रही है। अभी दो दिन पहले खुद पुलिस सडक़ पर बैठी गाय और सांड़ को हटाते देखे भी गए। खुद फरीदाबाद पुलिस ने इससे संबंधित फोटो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए लिखा – फरीदाबाद पुलिस का एक काम ये भी। दुर्घटना न हो इसलिए सडक़ पर जमे नंदी को हटाने की जद्दोजेहद भी पुलिस को करनी पड़ती है। जय शिव शंभो।….आप अंदाजा लगा सकते हैं कि फरीदाबाद पुलिस भी सडक़ों पर उत्पात मचा रहे आवारा जानवरों से कितना त्रस्त है।

फरीदाबाद पुलिस का सडक़ से आवारा जानवरों का हटाना एक अच्छा कदम है। लेकिन बेहतर होगा कि इसके लिए पुलिस कमिश्नर अलग से एक अलग सेल बनाएं और उसका नाम फरीदाबाद गौ पुलिस रख दें। जो कानून व्यवस्था की बजाय सडक़ों से आवारा जानवर हटाए। क्योंकि अगर यह काम शुरू हो गया तो आवारा जानवरों के कारण कभी-कभी कानून व्यवस्था चौपट होने का जो मामला बन जाता है उसमें कमी आएगी। शहर में पीपल्स फॉर एनिमल संस्था काम कर रही है जो इस ताक में रहती है कि कहीं उसे किसी जानवर को एक डंडा भी मारता हुआ दिखाई दे तो वह फौरन एफआईआर दर्ज करा दे।

फरीदाबाद और गुडग़ांव में लोग आवारा जानवरों से कितना तंग हैं, इसका पता इससे चलता है कि जब फरीदाबाद पुलिस ने नंदी को सडक़ से हटाने के फोटो जारी किए तो लोगों की शिकायतों की भरमार हो गई।

फरीदाबाद से रोजाना गुडग़ांव जाने वाले सचिन अरोड़ा ने सीएम हरियाणा और डीसी फरीदाबाद को लिखा है कि सर, गुडग़ांव फरीदाबाद राज्य मार्ग खतरनाक होता जा रहा है। आवारा गाय अचानक कार के सामने आ जाती हैं और उन्हें बचाना मुश्किल हो जाता है। खासतौर से टोल प्लाजा और पाली मोड़ पर हालात बहुत खराब हैं। टोल एजेंसी वाले भी इन गायों को नहीं हटवाते।

गौ भक्त रामचरण यादव ने सीधे पीएम मोदी और सीएम खट्टर को लिखा है – सर जी, जब गाय को बछिया होती है तो उसका मालिक उसकी देखभाल करता है। लेकिन जब बछड़ा होता है तो उसे बाहर छोड़ दिया जाता है जिस कारण कई जगह हादसे भी हो जाते हैं। एक कानून उन लोगों के लिए भी बनना चाहिए, जो पशु पालते हैं ताकि पशु आवारा न घूम सकें।

बंटी दुआ ने शिकायत की है कि – सेक्टर 9 में पूरे बाईपास रोड पर और सर्वोदय कट के पास का रास्ता गौमाता से भरा होता है। वहां आसपास लोग डेरी चला रहे हैं। वे दूध दुहने के बाद गौमाता को सडक़ों पर आवारा छोड़ देते हैं।

अंकुर ने लिखा है कि शूटिंग रेंज वाली सडक़ पर फरीदाबाद नगर निगम और साउथ दिल्ली नगर निगम संयुक्त कार्रवाई करके आवारा पशुओं को हटवाए। रामकुमार ने लिखा है कि – श्रीमान, फरीदाबाद बाईपास रोड पुराने बडौली पुल से पहले कुड़ा डंपिंग यार्ड के पास इनका रेला लगा रहता है।

शिकायत पर एफआईआर

एक तरफ पूरा फरीदाबाद और गुडग़ांव आवारा पशुओं की समस्या से तंग है तो दूसरी तरफ कुछ लोग एक एनजीओ की तरफ से घूम घूमकर इस बात पर भी नजर रखते हैं कि कहीं कोई शख्स आवारा पशुओं को मारपीट तो नहीं रहा। ऐसी मामूली घटना पर भी ये लोग पुलिस के पास एफआईआर दर्ज कराने पहुंचते हैं। इन्हीं से कुछ गौ रक्षा के नाम पर कानून हाथ में लेकर पहलू खान और अखलाक जैसों की हत्या तक कर डालते हैं।

16 जून 2020 को फरीदाबाद की संजय कॉलोनी पुलिस चौकी (थाना मुजेसर) में संजय चंदीला नामक युवक ने एक सांड़ के घायल होने की एफआईआर दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि सांड़ पर किसी ने तेजाब फेंककर जला दिया है। उसकी हालत गंभीर है। पुलिस ने गौवंश संरक्षण कानून के तहत केस दर्ज करके उस युवक को शांत करके भेज दिया। सांड़ तेजाब से जला या नहीं, उसकी तहकीकात पुलिस ने नहीं की। उसने एक गौरक्षक को शांत करके भेज दिया। हालांकि किसी भी जानवर से क्रूरता अपराध है लेकिन इनके मालिकान अपना कर्तव्य भूल रहे हैं।

view more articles

About Article Author

Mazdoor Morcha
Mazdoor Morcha

View More Articles