फरीदाबाद (म.मो.) फरीदाबाद नगर निगम ने कर चोरों के खिलाफ पिछले करीब तीन माह से अभियान छेड़ा हुआ है। निगम के अनुसार शहर के विभिन्न बकायेदारों पर लगभग 220 करोड़ रुपये का सपत्ति कर बकाया है। इसमें 150 करोड़ रुपये उद्योगों और कमर्शियल भवनों पर बकाया है। करीबन दस हज़ार लोग ऐसे हैं जिन पर 50 हजार रुपये से ज्यादा सपत्ति कर बकाया है। निगम अभी तक ऐसे 15000 कर चोरों को कर जमा करने का नोटिस भेज चुका है तो 300 भवनों को अभी तक सील कर चुका है।
31 जनवरी तक भी जो लोग कर नहीं जमा करायेंगे निगम उनकी सपत्ति कुर्क करके नीलाम करने की योजना बना रहा है ताकि वह अपने सपत्ति कर की राशि उनसे वसूल सके। निगम ने 31 जनवरी तक ब्याज माफी योजना भी चलाई हुई है जिसके तहत 2010 से बकाया सपत्ति कर एकमुश्त जमा करवाने पर कोई पेनल्टी या ब्याज नहीं लिया जायेगा। बता दें कि पिछले हफ्ते निगम का दस्ता एस्कार्ट ग्रुप के मथुरा रोड स्थित कॉरपोरेट ऑफिस को भी सील करने पहुंचा था लेकिन सिर्फ उनके सामने रिरियाकर वापिस लौट गया। एस्कॉर्ट ग्रुप पर कई करोड़ रुपये सपत्ति कर बकाया है।
निगम अपने पैसे वसूल करने को तो पूरा तत्पर है लेकिन उस पैसे के बदले उसे जो सेवायें देनी चाहिये उनके बारे में पूरी तरह चुप है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुये हैं। 15 सेक्टर जैसे पॉश सेक्टर में भी सीवर जाम पड़ा रहता है। रोड टूटे पड़े हैं। स्ट्रीट लाइट की कोई ठीक व्यवस्था नहीं। पानी का कोई ठीक प्रबंध नहीं। अभी तक पानी की ‘बिलिंग को निगम कप्यूटराईज नहीं कर पाया है जिसके चलते उसे करोड़ों रुपये साल का नुक्सान हो रहा है जबकि उसके कर्मचारी मोटी रिश्वतें खा रहे हैं। विज्ञापन बोर्ड लगाने और पार्किंग के ठेके देने में भयंकर भ्रष्टाचार है। निगम अपने इन कामचोर और रिश्वतखोर कर्मचारियों को यदि सीधा कर दे तो उसका कायापलट हो सकता है। लेकिन शायद इस लूट की छूट बहुत ऊपर से ही मिली हुई है इसलिये कुछ दिखावटी अभियान चलाने के अलावा निगम के पल्ले कुछ नहीं है।