नूंह में किसी मुसलमान को अध्यक्ष बनाने की पहल को संघ ने रोका…

नूंह में किसी मुसलमान को अध्यक्ष बनाने की पहल को संघ ने रोका…
August 31 10:41 2020

फरीदाबाद और रोहतक के भाजपा अध्यक्ष क्यों नहीं बदल पाए धनखड़

 

मजदूर मोर्चा ब्यूरो

फरीदाबाद: हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने जिला भाजपा अध्यक्षों के नाम की घोषणा तो कर दी लेकिन वह फरीदाबाद और रोहतक में जिला अध्यक्ष बदलने की कोशिश नहीं कर पाए। रोहतक में तो धनखड़ अपने किसी मोहरे को लाने की कोशिश में थे, क्योंकि उनकी राजनीति झज्जर और रोहतक के आसपास ही घूमती है। इसी तरह मुस्लिम बहुल नूंह (मेवात) में जिला अध्यक्ष पद किसी मुसलमान को न देकर भाजपा ने लकीर का फकीर बने रहने की कोशिश की है।

केंद्रीय नेताओं और खासकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अनुमति मिलने के बाद धनखड़ ने हरियाणा के सभी 22 जिलों के नामों की सूची 19 अगस्त को जारी की। इनमें से 18 चेहरे नए हैं लेकिन फऱीदाबाद और रोहतक में पुराने चेहरों को दोहराया गया।

फरीदाबाद-रोहतक में पुराने मोहरे क्यों

फरीदाबाद में गोपाल शर्मा की ताजपोशी  फिर से भाजपा जिला अध्यक्ष पद पर की गई है। गोपाल शर्मा का संबंध केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूर्जर गुट से है। गोपाल को बनाये रखने के लिए कृष्णपाल ने धनखड़ से काफी विनती की थी। धनखड़ को मुबारकबाद देते समय कृष्णपाल ने उनके कान में फूंक भी मारी थी कि गोपाल मेरा आदमी है। यह अपने पद पर बना रहना चाहिए।

दरअसल, गोपाल शर्मा को इस पद पर बनाये रखने की कृष्णपाल की अपनी जरूरतें और मजबूरियां हैं। गोपाल की वजह से पूरी जिला भाजपा कृष्णपाल की जेब में हैं। पुराने कार्यकर्ताओं को हाशिए पर ठेल दिया गया है। हालांकि तिगांव के विधायक राजेश नागर समेत कई अन्य विधायक गोपाल शर्मा की जगह किसी नए युवा और ऊर्जावान को इस पद पर लाने के पक्ष में थे। लेकिन टिकट दिलाने और कटवाने की राजनीति में उलझे कृष्णपाल के लिए उनकी हां में हां मिलाने वाला जिला अध्यक्ष न होने पर यह काम थोड़ा मुश्किल हो जाता है। याद रहे है कि पिछले विधानसभा चुनाव में विपुल गोयल का टिकट कटवाने के लिए कृष्णपाल ने पहला प्रस्ताव जिला अध्यक्ष से ही अनुमोदित कराया था।  हालांकि मुख्यमंत्री विपुल गोयल को ही टिकट दिलाने चाहते थे लेकिन कृष्णपाल ने इस टिकट को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था। विपुल गोयल को जब पहली बार फरीदाबाद से टिकट मिला था, तब तरह-तरह की चर्चा थी कि यह टिकट कृष्णपाल ने दिलाया है। अब गोयल की जगह आये नरेंद्र गुप्ता के लिए भी यही प्रचार है।

भाजपा में टिकट के लिए जिला और मंडल के अध्यक्षों का अनुमोदन जरूरी माना जाता है। अब स्थिति ये है कि गोपाल शर्मा ने मंडलों में भी वही पदाधिकारी नियुक्त होने दिए जो केंद्रीय मंत्री की हां में हां मिला सकें। भाजपा में पार्टी के पुराने कार्यकर्ता सारे हालात को सामने से देख रहे हैं। लेकिन अनुशासन की वजह से कुछ बोल नहीं पाते हैं। लेकिन वे सोशल मीडिया पर अप्रत्यक्ष रूप से संकेतों में लिखकर अपनी बात जरूर कह देते हैं। ऐसे कार्यकर्ता पार्टी में किनारे कर दिए गए हैं। रोहतक में अजय बंसल को फिर से जिला भाजपा अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ अजय बंसल की जगह अपना आदमी लाना चाहता थे लेकिन रोहतक में पंजाबी लॉबी, वैश्य लॉबी की सक्रियता के आगे जाट लॉबी की चलने नहीं पाई।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिर्फ रोहतक और करनाल के जिला अध्यक्ष के नामों में दिलचस्पी ली। रोहतक शहर में पंजाबी और वैश्य एकता का नारा भाजपा ने दे रखा है। समझा जाता है कि जाट लॉबी को कमजोर करने के लिए यह नारा मुख्यमंत्री की ओर से ही चलवाया गया है। अजय बंसल को दोबारा से इस पद पर लाकर इस पर मुहर लगा दी गई है। इसी तरह करनाल में योगेंद्र राणा का नाम खुद खट्टर ने अनुमोदित किया था। इसलिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस पर भी ऐतराज नहीं किया। हालांकि धनखड़ झज्जर में अपनी ही लॉबी के विक्रम कादयान को जिला अध्यक्ष बनवाने में कामयाब रहे। इसी तरह पलवल में भी चरण सिंह तेवतिया को धनखड़ के अऩुमोदन पर लाया गया है।

मेवात में चूक गई भाजपा

मुस्लिम बहुल मेवात जिले में (मुख्यालय नूंह) भाजपा इस बार फिर प्रयोग से चूक गई है। मेवात में मुस्लिम आबादी 70 फीसदी और हिन्दू आबादी तीस फीसदी है। इस बार शोर था कि भाजपा यहां नया प्रयोग कर सकती है। कई मुस्लिम युवक लाइन में थे, लेकिन ऐन वक्त पर सारी कोशिशों पर पानी फिर गया। भाजपा मुसलमानों को जोडऩे के लिए यहां कोशिश करती रही है। कई संघ प्रचारक यहां इन कोशिश को करते बूढ़े तक हो गए।

पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नजदीक माने जाने वाले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के नेता जाहिद हुसैन को इस बार पार्टी ने मेवात जिला अध्यक्ष बनाने का संकेत दिया था। पार्टी के जिला प्रभारी, मंडल प्रभारी और पार्टी के राज्य महासचिव संजय जोशी ने जाहिद के नाम का अनुमोदन किया था। खुद मुख्यमंत्री जाहिद पर सहमत थे। लेकिन सूत्रों ने बताया कि जब इस संबंध में आला कमान ने मेवात के आरएसएस प्रांत संचालक विजय से राय मांगी तो उन्होंने किसी मुस्लिम को जिला भाजपा अध्यक्ष बनाने की सिफारिश करने से इनकार कर दिया। इस तरह जाहिद हुसैन का नाम आरएसएस ने बड़ी सफाई से काट दिया। आरएसएस के सूत्रों का कहना है कि मेवात को लेकर संघ की रणनीति अलग तरह की रहती है। इसलिए वहां किसी मुसलमान को हम अध्यक्ष बनाने की राय नहीं दे सकते।

बता दें कि मेवात संघ और उसके समर्थित मीडिया के दुष्प्रचार का शिकार होता रहता है। अगर संघ यहां किसी मुसलमान को जिला अध्यक्ष बनने देता तो उसे अपनी रणनीति बदलनी पड़ती। हालांकि भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता संघ की इस राय से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि जब तक मुसलमानों को संगठन में हिस्सेदारी नहीं मिलेगी, तब तक वे भाजपा से किस तरह जुड़ेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी नजर में पार्टी मेवात में न सिर्फ प्रयोग से चूकी बल्कि एक बड़ी पहल से भी चूक गई है। धनखड़ ने नूंह (मेवात) का जिला अध्यक्ष नरेंद्र पटेल को बनाया है। हालांकि मेवात में इस नई नियुक्ति पर खुशी जताई गई है। मेवात के मुस्लिम भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि नरेंद्र पटेल नूंह के ही रहने वाले हैं। बहुत मिलनसार हैं। उनका टेंट का कारोबार है। बैंक्वेट हॉल भी है। स्थानीय मुसलमानों और मौलानाओं से उनके अच्छे संपर्क हैं। वे बाहरी नहीं हैं। सारे सरकारी कार्यक्रमों में टेंट के ठेके उन्हीं को मिलते हैं। इस तरह प्रशासनिक सहयोग से न सिर्फ नरेंद्र पटेल का कारोबार फलफूल रहा है, बल्कि पार्टी को भी अब इससे अब मेवात में रफ्तार मिलेगी।

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