भाजपा पार्षद रहती हैं राजीव कॉलोनी में, कैसे समझेंगी लोगों का दर्द
मजदूर मोर्चा ब्यूरो
फरीदाबाद: सेक्टर 55 में सबकुछ है लेकिन पानी लापता है। इस बार यहां के लोगों की दिवाली पानी के बिना बीती है। लोगों को टैंकर माफिया से पानी खरीदना पड़ा। सबसे ज्यादा पीडि़त सेक्टर 55 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के लोग हैं। हालात ये हैं कि इस सेक्टर में एक दिन पानी आता है और दो दिन नहीं आता है। यहां पर पानी आपूर्ति की जिम्मेदारी नगर निगम फरीदाबाद (एमसीएफ) की है। लेकिन पानी सप्लाई का शेड्यूल बनाने के बाद भी सेक्टर 55 में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। यहां पर रैनीवेल के जरिए पानी आता है। लेकिन बूस्टर पर आने के बाद वो पानी सेक्टर 55 तक नहीं पहुंच पा रहा है। फरीदाबाद-बल्लभगढ़ के वीआईपी इलाकों में पानी की सप्लाई पहले करने की वजह से ऐसे इलाके प्यासे रह जाते हैं।
कहां हैं विधायक नीरज शर्मा
सोहना रोड पर स्थित सेक्टर 55 में करीब पांच महीने पहले पानी की भीषण समस्या पैदा हो गई थी। उस समय क्षेत्रीय विधायक नीरज शर्मा के नेतृत्व में सेक्टर 55 के लोगों ने फरीदाबाद-गुडग़ांव मार्ग को कई घंटे तक जाम कर दिया था। इसके बाद एमसीएफ के आला अफसरों को मौके पर आना पड़ा। विधायक की मौजूदगी में एमसीएफ के अफसरों ने शेड्यूल बनाया कि बुधवार को छोडक़र शेष छह दिन यहां पानी की सप्लाई दोनों वक्त आयेगी। यह सिलसिला मुश्किल से एक महीना चला लेकिन धीरे-धीरे इसमें कमी आती गई। पहले एक दिन छोडक़र पानी दूसरे दिन आने लगा। इसके बाद दो दिन छोडक़र तीसरे दिन पानी सप्लाई होने लगा। लेकिन दिवाली के एक दिन पहले से यहां भयंकर स्थिति पैदा हो गई। लोगों को पानी के दर्शन ही नहीं हुए। बोतलों का पानी खरीदकर लोगों ने किसी तरह त्यौहार मनाया। यहां के लोगों का कहना है कि अब हम विधायक नीरज शर्मा को तलाश रहे हैं ताकि वे एमसीएफ अफसरों पर दोबारा दबाव बनायें लेकिन उनका कुछ भी अता-पता नहीं है। लोगों ने क्षेत्र की भाजपा पार्षद सपना डागर से भी संपर्क किया। दरअसल, सपना डागर का सारा काम उनके जेठ मुकेश डागर देखते हैं। मुकेश डागर ने सेक्टर 55 के लोगों को भरोसा दिया है कि दिसम्बर में पानी की स्थिति ठीक हो जायेगी। लेकिन मुकेश डागर के आश्वासन पर लोगों को भरोसा नहीं है। क्योंकि सर्दी बढऩे के साथ ही पानी का इस्तेमाल कम हो जायेगा तो सप्लाई अपने आप ही ठीक लगने लगेगी। पार्षद का कहना है कि दिसम्बर तक इलाके में ट्यूबवेल लग जायेगा, तब स्थिति ठीक हो जाएगी।
दर्द का इलाज कैसे होगा
क्षेत्र की भाजपा पार्षद सपना डागर का परिवार सेक्टर 55 में नहीं रहता है। वे लोग राजीव कॉलोनी में रहते हैं। यहां के नागरिकों का कहना है कि अगर हमारी पार्षद सेक्टर 55 में रह रही होतीं तो उन्हें हमारा दर्द मालूम होता। राजीव कॉलोनी में पानी की सप्लाई बेहतर है, इसलिए उन्हें सेक्टर 55 की परवाह नहीं है। लेकिन यहां एक और दर्द भी है। सेक्टर 55 हाउसिंग बोर्ड और छोटी कोठियों में विभाजित है। कोठी वालों के अपने कई हजार लीटर के अंडरग्राउंड टैंक हैं। लेकिन हाउसिंग बोर्ड के मकान छोटे हैं और वहां पांच सौ लीटर से ज्यादा बड़ी टंकी लोग लगा नहीं सकते। इसलिए वहां पानी की किल्लत सबसे ज्यादा है। आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष राजकुमार कौशिक का कहना है कि जब तक हाउसिंग बोर्ड में रहने वालों के लिए पेयजल आपूर्ति का अलग इंतजाम नहीं होता है, तब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता। उनका कहना है कि सेक्टर 55 की आबादी 25-26 हजार है लेकिन इस इलाके को एमसीएफ विकास कार्यों के मामले में लगातार नजरन्दाज कर रहा है।