विधायक सीमा की जड़ें खोदने में जुटे विजय प्रताप
फरीदाबाद (म.मो.) करीब एक वर्ष पूर्व सीमा त्रिखा से विधानसभा चुनाव हार चुके कांग्रेसी उम्मीदवार विजय प्रताप ने, लगता है, हथियार नही डाले हैं। वे सत्ता के नशे में बहकी हुई सीमा के किसी भी जनविरोधी कर्म को अपने लिये अवसर बनाने में चूकते नज़र नहीं आ रहे हैं और जब सीमा स्वयं उन्हें अपनी जड़ें खोदने के लिये आमन्त्रित करे तो वे भला क्यों पीछे रहें?
बीते रविवार (6 सितम्बर) को पांच नम्बर मार्केट के दुकानदारों ने मित्तल कॉम्पलेक्स में एक सभा का आयोजन किया जिसमें मुख्य अतिथि विजय प्रताप थे। मार्केट के दुकानदारों का पहला मसला तो उस पीली पट्टी का था जिसे नगर निगम दुकानों के आगे लगाने वाला है। यह एक प्रकार की ऐसी लाइन होगी जिससे आगे दुकानदार अपना सामान नहीं रखेंगे। दूसरा मसला, हालांकि अब वह नहीं रहा, वह था लॉकडाउन के नाम पर दुकानों को बेहिसाब तरीके से बंद कराने का। बंद दुकानों में जब बिजली जली ही नहीं तो सरकार बिजली का बिल कैसे ले सकती है? इन सब मसलों से भारी मसला रहा सीमा द्वारा मार्केट प्रधान थोपे जाने का षडयंत्र। भाजपाई सीमा की सरकार द्वारा दुकानदारों पर थोपे जाने वाले आदेशों का कोई भी दुकानदार विरोध न करे इस लिये उन्होंने राजनीतिक चाल चलते हुए अपने एक दबंग समर्थक सतनाम सिंह मंगल को पूरी पांच नम्बर मार्केट का प्रधान घोषित कर दिया। तमाम दुकानदारों ने इसका एक मत से विरोध करते हुए, इस सभा में घोषणा की कि वे ऐसे थोपे हुए किसी प्रधान को नहीं मानते। वे अपना प्रधान खुद चुनने का अधिकार रखते हैं और अपनी सुविधानुसार जब वे चाहेंगे अपना चुनाव कर लेंगे। इसमें सीमा को दखल देने की कोई आवश्यकता नहीं।
सीमा के राजनीतिक वजन के संतुलन में दुकानदारों ने विजय प्रताप को आमन्त्रित किया जो उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए आश्वासन दिया कि वे उनके हर संघर्ष में दिलो जान से उनके साथ खड़े रहेंगे। जब भी दुकानदारों को उनकी आवश्यकता होगी वे हाजि़र मिलेंगे।
सीमा के लिये यह एक भारी राजनीतिक चोट है। जिन पंजाबी वोटों के दम पर वे उछलती हैं, उन्हीं में विजय प्रताप द्वारा सेंध मारना सीमा के लिये भारी पड़ सकता है।